सराफा दुकानों में सजे हल्के वजन के गहने, व्यापारियों में अभी से छाने लगी मायूसी
शाहडोल•Oct 20, 2019 / 09:09 pm•
brijesh sirmour
दीपावली में दिखेगा सोने-चांदी की मंहगाई का असर
शहडोल. संभागीय मुख्यालय के सराफा बाजार में इस बार सोना-चांदी की बढ़ी हुई कीमतों का असर अभी से दिखने लगा है और सराफा व्यापारियों में मायूसी छाई हुइ है। पिछले दो माह में बाजार में सोने के भाव करीब साढ़े पांच से छह हजार रुपए बढ़ जाने के कारण सोना व्यापारियों ने इस बार कम वजनी गहनों पर अधिक ध्यान दिया है। सोने का दो माह पहले भाव लगभग 33-34 हजार रुपए प्रति दस ग्राम था। जबकि दीपावली से पहले यह बढक़ऱ 39800 रुपए प्रति ग्राम हो गया है। वहीं चांदी का भाव भी इस समय तेज है। चांदी जहां पहले 38 से 40 हजार रुपए प्रति किलो थी, वह अब बढकऱ 46000 हजार रुपए प्रति किलो हो गई है। इसके कारण अब हल्के वजन के सोने व चांदी के जेवरात को ग्राहक पंसद कर रहे हैं।जानकारों के अनुसार दीपावली से पूर्व 21 व 22 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र रहेगा। इन नक्षत्रों में सबसे अधिक खरीदारी का योग रहता है। इन नक्षत्रों में की गई खरीदारी लाभदायक होती है। साथ ही स्थायी रहती है। इसलिए ग्राहकों का बजट नहीं बिगड़े और दुकानों पर खरीदारी भी अच्छी रहे इसके लिए दुकानदारों ने हल्के वजन के सोने व चांदी के आइटमों पर दुकानों पर खरीदारी के लिए सजाया है।
बाजार में सोना-चांदी का भाव
सोना स्टैण्डर्ड 39800 रु. प्रति दस ग्राम
सोना हालमार्क 36900 रु. प्रति दस ग्राम
चांदी 46000 रु. प्रति किलो
धनतेरस पर मंहगा हो सकता है सोना
सोना कारोबारियों के अनुसार इस बार धनतेरस पर सोना चालीस हजार प्रति दस ग्राम के भाव को भी पार कर सकता है, क्योंकि धनतेरस के दिन खरीदारी के लिए साल का सबसे अच्छा दिन माना जाता है।बताया गया है कि मंहगाई के कारण इस बार दुकानदारों ने सोने चांदी के ज्यादा सामग्रियों का स्टाक नही किया है।
महंगा हुआ चांदी का सिक्का
बताया गया है कि दो माह पहले जो चांदी 38 हजार रुपए प्रति किलो थी, मगर अब वह चांदी दामों में भी बढ़ोत्तरी होने के कारण 46000 रुपए प्रति किलो हो गई है। चांदी के दामों में हुई बढोत्तरी के कारण चांदी का जो सिक्का 380-390 रुपए का मिलता था, वह अब बढकऱ 460-470 रुपए का हो गया है।
इनका कहना है
इस दीपावली से पहले सोना-चांदी की कीमतें बढऩे से सराफा व्यापार मायूसी छाई हुई है और थोक बाजार से भी ज्यादा सामग्रियां क्रय नहीं की गई है। सोना मंहगा होने के कारण इस बार हल्के वजन के सोने के गहनों पर अधिक ध्यान दिया गया है।
मनीष सराफ, सराफा व्यवसाई, शहडोल