दो महीने से बंद बर्फ का उत्पादन, कुल्फी का उत्पादन बंद
15 से 20 फीसदी हो गया बर्फ कोल ड्रिंक्स और पानी का व्यवसाय
280 kg adulterated mawa barfi seized in bhilwara
शहडोल. कोरोना संक्रमण और लाकड़ाउन के चलते जिले में कोल ड्रिंक्स और पानी सहित बर्फ और कुल्फी और लोकल आइसक्रीम का व्यवसाय 15 से 20 फीसदी पहुंच गया है। जिसके कारण इन व्यापारियों को अब तक लगभग 50 लाख रुपए से अधिक का नुकशान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। लाकडान के कारण शादी समारोह और अन्य सार्वजनिक कार्यक्रमों पर लगी रोक के कारण भी इसका असर व्यापारियों के व्यवसाय पर सीधे पड़ रहा है। हालात ऐसे हैं कि कोल ड्रिंक्स की बिक्री जहां 15 से 20 फीसदी रह गई है, वहीं डीलरों द्वारा कोल ड्रिंक का उठाव और स्टाककी बिक्री नहीं होने से अधिकांश कोल डिं्रक्स इक्सपायरी डेट होने के कारण कंपनी माल वापस नहीं ले रही है, जिससे लगभग 10 लाख रुपए की सीधी चपत पड़ रही है। वहीं ग्रामीण अंचल का आलम ऐसा है कि यह व्यवसाय पूरी तरह से दो महीने से बंद हो गया है। आवागवन के साधन नहीं होने से ग्रामीण अंचल के डीलर सामनों का उठाव नहीं कर रहे हैं। वहीं व्यापारियों को मार्केट में उधारी पर दिए गए लाखों रुपए की बकाया वसूली की चिंता अब सता रही है।
दो महीने से बर्फ फैक्ट्री बंद-
नगर में संचालित बलराम आइस फैक्ट्री और मनोहर आइस फैक्ट्री में बर्फ और सिल्ली बनाने का काम २३ मार्च से कारखाना बंद होने के कारण लगभग 10 लाख रुपए का फटका लगा है। वहीं कुल्फी और बरफ के गोले सहित आइस क्रीम का उत्पादन पूरी तरह से बंद हो गया है। इस समस्या के कारण लगभग 1000 लोगों पर रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है।
15 से 20 फीसदी कोल ड्रिंक्स की बिक्री–धीरेन्द्र तिवारी- डीलर कोका कोला-
लाकडाउन के चलते दो महीने से कोल ड्रिंक्स की बिक्री 15 से 20 फीसदी हो गई है। इसके कारण लगभग जिले भर में 50 लाख रुपए के नुकशान का अनुमान है। माल का उठाव नहीं होने के कारण व्यवसाय पूरी तरह ठप्प हो गया है।
शादी ब्याह और पार्टी पर रोक होने से नुकशान–बद्री प्रसाद गुप्ता-
जलसा इंटरप्राइजेज और पानी पाउच का व्यवसाय करने वाले व्यवसाई बद्री प्रसाद गुप्ता नें बताया कि शादी ब्याह और आयोजनों पर लगी रोक के कारण पूरा व्यवसाय चौपट हो गया है। इस दौरान 10-15 फीसदी का धंधा रह गया है। कोरोना के कारण ठंडा पेय पदार्थ नहीं सेवन करने की सलाह का असर स्पष्ट पड़ रहा है।