तालाब परिसर मंदिर में लगता था मेला
शाहडोल•May 19, 2019 / 08:25 pm•
lavkush tiwari
Know why it seemed that the crowd of devotees
शहडोल. नगर की आस्था का केन्द्र रहा खैरमाता मंदिर तालाब में कभी नवरात्रि में भक्तों की भीड़ लगा करती थी, लेकिन तालाब में किए गए बेजा अतिक्रमण के कारण अब तालाब का अस्तित्व खतरे में हैं। नपा और प्रशासन द्वारा तालाब के संरक्षण के लिए अब तक किसी तरह की कारगर पहल नहीं की है।
विशेषता- खैरमाता मंदिर तालाब में नवरात्रि के अवसर पर भारी भीड़ होती थी यह तालाब लोगों की आस्था का केन्द्र रहा। इस तालाब में सौखी मुहल्ला के लोग नहाने आते थे और आम निस्तार के लिए पानी का उपयोग करते थे।
वर्तमान स्थिति-
वर्तमान समय में यह तालाब विवादों में है, निजी व्यक्ति द्वारा तालाब पर अधिकार जताया जा रहा है। लोगों द्वारा तालाब की जमीन पर अतिक्रमण किए जाने के कारण तालाब का अस्तित्व समाप्त होता दिखाई दे रहा है। तालाब पूरी तरह से सूख गया है।
क्यों बने ऐसे हालात- तालाब के चारों तरफ अतिक्रमण होने के कारण पानी की आवक नहीं हो पा रही, जल श्रोत समाप्त होने से तालाब सूख गया।
अब क्या हो सकता है- तालाब के चारों तरफ से अतिक्रमण हटाकर,पानी के श्रोत बनाया जा सकता है, आसपास के घरों के बारिश का पानी तालाब में डालकर भराव किया जा सकता है।
नपा ने नहीं की पहल-
तालाब संरक्षण के लिए नपा द्वारा अब तक किसी तरह की पहल नहीं की गई है, जिससे तालाब पर बेजा अतिक्रमण लोगों द्वारा किया जा रहा है।