खेल में इन लाडलियों ने भी बढ़ाया मान
कांती पटेल: कांती पटेल पंडित शंभूनाथ शुक्ल यूनिवर्सिटी की छात्रा हैं। इन्होंने ऑल इंडिया स्तर पर एथलेटिक्स में शहडोल का नाम बढ़ायाहै।
गायत्री मरावी: शहडोल की गायत्री ने कुश्ती में एमपी में गोल्ड मैडल पाया है। इसके अलावा ऑल इंडिया स्तर पर भी खेला है।
रोशनी पेंद्राम: रोशनी, पंडित शंभूनाथ विवि की छात्रा हैं। इन्होंने कुश्ती में रजत पदक के साथ ऑल इंडिया स्तर पर भी खेला है।
रेखा रौतेल: शहडोल की रेखा ने प्रदेश और देश में पहचान बनाई है। इन्होंने कुश्ती में रजत पदक के साथ ऑल इंडिया भी खेला है।
मेघा दुबे: राज्य स्तर क्रिकेट प्रतियोगिता में अपनी छाप छोड़ी। इन्हें बेस्ट बॉलर का अवार्ड भी दिया गया है।
कांती पटेल: कांती पटेल पंडित शंभूनाथ शुक्ल यूनिवर्सिटी की छात्रा हैं। इन्होंने ऑल इंडिया स्तर पर एथलेटिक्स में शहडोल का नाम बढ़ायाहै।
गायत्री मरावी: शहडोल की गायत्री ने कुश्ती में एमपी में गोल्ड मैडल पाया है। इसके अलावा ऑल इंडिया स्तर पर भी खेला है।
रोशनी पेंद्राम: रोशनी, पंडित शंभूनाथ विवि की छात्रा हैं। इन्होंने कुश्ती में रजत पदक के साथ ऑल इंडिया स्तर पर भी खेला है।
रेखा रौतेल: शहडोल की रेखा ने प्रदेश और देश में पहचान बनाई है। इन्होंने कुश्ती में रजत पदक के साथ ऑल इंडिया भी खेला है।
मेघा दुबे: राज्य स्तर क्रिकेट प्रतियोगिता में अपनी छाप छोड़ी। इन्हें बेस्ट बॉलर का अवार्ड भी दिया गया है।
तूफान से टकराने वाली अर्पिता पर नाज
शहडोल की अर्पिता आर्मी में कैप्टन हैं। शहडोल के गुड शेफर्ड कान्वेंट स्कूल की छात्रा रही हैं। यहां से 12वीं की पढ़ाई के बाद जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई की पढ़ाई की। वर्ष २०१३ में एसएसबी के माध्यम से अर्पिता का आर्मी में सिलेक्शन हो गया। अर्पिता ने चेन्नई स्थिति ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी में दो साल का प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण पूरा होते ही पहली पोस्टिंग कारगिल में मिली। फिलहाल अर्पिता मेरठ में पदस्थ है। अर्पिता ने मुंबई से गोवा तक का सफर समुद्र के रास्ते तय किया। तूफान में फंसने के बाद भी सफर पूरा करने पर देशभर में सुर्खियों में रहीं।
शहडोल की अर्पिता आर्मी में कैप्टन हैं। शहडोल के गुड शेफर्ड कान्वेंट स्कूल की छात्रा रही हैं। यहां से 12वीं की पढ़ाई के बाद जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई की पढ़ाई की। वर्ष २०१३ में एसएसबी के माध्यम से अर्पिता का आर्मी में सिलेक्शन हो गया। अर्पिता ने चेन्नई स्थिति ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी में दो साल का प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण पूरा होते ही पहली पोस्टिंग कारगिल में मिली। फिलहाल अर्पिता मेरठ में पदस्थ है। अर्पिता ने मुंबई से गोवा तक का सफर समुद्र के रास्ते तय किया। तूफान में फंसने के बाद भी सफर पूरा करने पर देशभर में सुर्खियों में रहीं।
शहडोल की पूजा वस्त्रकार (18) भारत की महिला क्रिकेट टीम (ए) में जगह बनाकर पहली बार देश की टीम से टी-20 मैच में बांग्लादेश के खिलाफ खेलीं। पहली बार ऐसा हुआ है कि शहडोल की कोई महिला क्रिकेट खिलाड़ी भारत की टीम ए में जगह बनाकर शहडोल का नाम रोशन किया। पूजा वस्त्रकार शहडोल की रहने वाली हैं और शहडोल के गांधी स्टेडियम में ही क्रिकेट की प्रैक्टिस करतीं हैं। इतना ही नहीं हाल ही में पूजा के घुटने का ऑपरेशन भी हुआ था लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और क्रिकेट में अपना सफर जारी रखा हुआ है।
शहडोल की जया चतुर्वेदी देशभर में मॉडलिंग में अपनी छाप बना रही हैं। जया चतुर्वेदी मिस ग्लोरी ऑफ सेंट्रल इंडिया एंड मिस ग्लोरी ऑफ मध्यप्रदेश के फाइनल कॉम्पटीशन में हिस्सा लिया था। जहां पर जया ने मध्यप्रदेश में नंबर वन का मुकाम हासिल किया था। जया चतुर्वेदी अब जल्द ही फिल्म और शार्ट फिल्मों में भी नजर आएंगी। इंडिया रिटर्न ओर आई एम मोदी फिल्म में अपना किरदार निभा रही हैं। इसके अलावा जया ने देशभर में आयोजित कई मॉडलिंग और एक्टिंग से जुड़ी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर शहडोल का नाम रोशन किया है।