सुधार के लिए ये किए उपाय
वक्ताओं ने बताया कि मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जिले के पर्यावरण में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं। इसमें क्षेत्रीय प्रबंधक लॉकडाउन में भी हर जगह दौरा करते रहे। बोर्ड ने संभाग में बड़े अस्पतालों में सरकारी छोड़कर 18 दूषित जल उपचार संयत्र लगाया है। होटलों में 10 सीवरेज ट्रीटमेंट लगाया है। सर्विस सेंटर में 6 दूषित जल उपचार के लिए संयत्र लगवाया है। जिले में स्टोन क्रेशर के बाहर वाउंड्रीवाल झरना कवर लगाया गया है। लगभग 70 प्रतिशत स्टोन क्रेशरों में यह काम किया जा चुका है। संगोष्ठी में प्रयोगशाला प्रभारी डॉ एके दुबे, कनिष्ठ वैज्ञानिक जीके बैगा,कनिष्ठ वैज्ञानिक बीएम पटैल, दिव्य दुबे सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।