नगर पंचायत पर कांग्रेस ने नए, भाजपा ने पुराने को उतारा
टिकी उ्मीदें
कोतमा विधानसभा क्षेत्र में
कोतमा के अलावा बिजुरी मुख्य
नगरीय क्षेत्र है। इसके बाद
समस्त ग्राम पंचायतें। लेकिन
सीएम ने प्रदेश के अंतिम छोर
पर बसे सबसे बदहाल तीन गांव
डोला, डूमरकछार तथा
राजनगर (बनगंवा) को
नगरपंचायत बनाने की घोषणा
की।घोषणा का आशय अंतिम
छोर में बसे गांवों को सुविधाएं
प्रदान कर बेहतर जीवनशैली
उपलब्ध कराना है। अगर ये
तीनों पंचायते नगर पंचायत बन
जाती हंै तो प्रदेश के अंतिम
छोर पर बसे गांव नगरीय क्षेत्र
में तब्दील हो जाएंगे और
विकास के नए आयाम गढ़ेंगे।
पानी और स्वास्थ्य
प्रमुख मुद्दा
कोतमा और बिजुरी में स्वास्थ्य
केन्द्र तो है पर डॉक्टरों की कमी के
कारण मरीज बिलासपुर और
जबलपुर के लिए जा रहे हैं। कोल
खदानों के कारण कोतमा क्षेत्र के
समस्त ग्राम पंचायतों में पानी की
समस्या सबसे अधिक है।
ये हैं विधानसभा क्षेत्र की समस्याएं
केवई पुल अधूरा।
ब्लड बैंक की कमी।
विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी।
दो प्राध्यापक के भरोसे शिक्षा।
क्षेत्र में लघु उद्योग की कमी।
सड़कें बदहाल।
शुद्ध पेयजल की कमी।
किसानों की समस्याओं का हल
नहीं।
उद्योग के अभाव में बेरोजगारी।
2013 का चुनाव परिणाम
प्रत्याशी पार्टी मिले मत
खुर्शीद अहमद बसपा 7202
रामखेलावन तिवारी एनसीपी 865
हरिद्वार सिंह सीपीआई 4296
पुष्पेन्द्र सिंह गोंगपा 5454
बुद्धसेन राठौर आरएसपी 502
विधायक निधि में
खर्च राशि
सालाना एक करोड़ 85 लाख
रुपए आवंटित किए गए। जिसमें
पांच साल में नौ करोड़ 25 लाख
रुपए व्यय किए गए।
2013 प्रत्याशी हार जीत का अंतर
38,319
कांग्रेस के
मनोज अग्रवाल
को मिले मत
36,773
भजपा के
राजेश सोनी
को मिले मत
1,546
मनोज की
जीत का अंतर