चलती ट्रेन की तकनीकी की खामियों का चल जाएगा पता, आटोमेटिक ट्रेस हो जाएगी खामियां, आधुनिक उपकरणों से लैस होगा स्मार्ट यार्ड
शाहडोल•Oct 13, 2019 / 12:58 pm•
brijesh sirmour
रेलवे ने कई ट्रेनों को निरस्त किया, कईयों के रूट और स्टेशन में बदलाव किया गया
शहडोल. दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे जोन के अंतर्गत बिलासपुर-कटनी रेलमार्ग से गुजरने वाली लंबी दूरी की टे्रनों में रेल सफ र के दौरान ट्रेन में आने वाली तकनीकी खराबियों के कारण ट्रेनों का परिचालन ज्यादा देर तक के लिए प्रभावित नहीं होगा, क्योंकि खामियों को ऑटोमेटिक ट्रेस करने के लिए रेलवे द्वारा आधुनिक उपकरणों से लैस स्मार्ट यार्ड बनाने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन का बिलासपुर और पीपी यार्ड भिलाई को शामिल किया हैं और इसके लिए सर्वे शुरू हो गया है। गौरतलब है कि बिलासपुर-कटनी रेलमार्ग पर प्रतिदिन 20 से 30 टे्रनों का परिचालन होता है। रेल सूत्रों के अनुसार स्मार्ट यार्ड के तहत स्टेशन पर पहुंचने के कुछ किलोमीटर पहले खास तरह के उपकरण लगाए जाएंगे। इन उपकरणों में कई तरह के सेंसर और अत्यधिक क्षमता वाले कैमरे लगाए जाएंगे। सेंसर और कैमरे चलती ट्रेन की जांच कर यह संकेत दे देंगे कि ट्रेन के किस पुर्जे में क्या खामियां हैं। अभी इस तरह की कमान रेलकर्मियों के पास होती है। कई बार ऐसा होता है कि उनकी नजरें कई तरह खामियां नहीं पकड़ पातीं। इसके चलते स्टेशन से रवाना होने के बाद आगे जाकर उसकी खराबी की वजह से खड़ी हो जाती है, लेकिन स्मार्ट यार्ड से ऐसा नहीं होगा।