बाहर से आने वाले लोगों को भोजन व अन्य व्यवस्थाओं के साथ मुहैया करा रहे साधन
शाहडोल•Mar 28, 2020 / 12:29 pm•
Ramashankar mishra
आफत में फंसे लोगों के लिए मददगार बन रहे अधिकारी
शहडोल. जिला मुख्यालय के साथ ही पड़ोसी जिले में फंसे लोगों के लिए अधिकारी कर्मचारी मददगार साबित हो रहे हैं। ऐसे लोग जो मुश्किल में फंसे हुए है। उनके लिए समुचित व्यवस्था मुहैया कराने का भरसक प्रयास प्रशासनिक अमले द्वारा किया जा रहा है। जिसके लिए लोगों को गंतब्य तक पहुंचाने के लिए वाहनों की भी व्यवस्था की जा रही है। जिससे कि वह सकुशल अपने घर तक पहुंच सके। उल्लेखनी है कि जिला मुख्यालय के साथ ही पड़ोसी जिलो में शहडोल व आस-पास के क्षेत्र के लोग साधन न मिल पाने की स्थिति में वहीं पर भूखे प्यासे फंसे हुए है। ऐसे लोगों के लिए प्रशासनिक स्तर पर विशेष पहल की जा रही है।
बसों की व्यवस्था
जिला मुख्यालय के साथ ही आस-पास के क्षेत्रों में फंसे हुए लोगों को गंतब्य तक पहुंचाने के लिए समुचित साधन की व्यवस्था की गई है। इस संबंध में आरटीओं आशुतोष सिंह भदौरिया ने बताया कि आपातकालीन स्थिति में लोगों को गंतब्य तक पहुंचाने के लिए जिला मुख्यालय में चार बसें व अनूपपुर में तीन बसें तैयार खड़ी कराई गई है। जिन्हे जानकारी मिलने पर तत्काल मौके पर भेजकर लोगों को गंतब्य तक पहुंचाया जाएगा।
केस 1
नगर के रेलवे स्टेशन के पास 25 मार्च को लगभग 15 लोग फंसे हुए थे। जिसमें छ: बच्चे भी थे। जिन्हे चंदिया जाना था लेकिन साधन नहीं मिल पा रहा था। जिसकी जानकारी होने पर प्रशासन द्वारा समुचित व्यवस्था कराते हुए चंदिया पहुंचाया गया।
केस 2
इलाज के लिए 25 मार्च को शहडोल पहुंचा परिवार यहीं फंस गया। परिवार के छ: सदस्यों को वापस जाने के लिए कोई साधन नहीं मिल पा रहा था। जिनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल थी। जानकारी होने पर प्रशासन द्वारा पिकअप वाहन के माध्यम से उन्हे अमलाई तक पहुंचाया गया।
केस 03
अनुपपर के वेंकटनगर में 26 मार्च को लगभग 20 लोग फंसे हुए थे। जिन्हे शहडोल आने के लिए कोई साधन नहीं मिल पा रहा था। जिसकी जानकारी होने पर प्रशासन द्वारा समुचित व्यवस्था कर शहडोल लाया गया।
केस 04
शुक्रवार को विलासपुर से चलकर जैतहरी पहुंचे लगभग 50-60 लोग वहीं पर फंसे हुए थे। जिनमें से कुछ शहडोल व कटनी के लोग शामिल हुए थे। जिन्हे वाहन के माध्यम से गंतब्य तक पहुंचाया गया।
इनका कहना है
प्रतिदिन बाहर से लोग यहां पैदल व अन्य माध्यमों से पहुंच रहे हैं। जिनकी समुचित व्यवस्था की जा रही है। दूसरी जगह जाने वाले लोगों के लिए साधन की आवश्यक व्यवस्था कर उन्हे गंतब्य तक पहुंचाया जा रहा है।
अशोक ओहरी, एडीएम शहडोल