आदिवासी अंचल में धनुष और बाण का किया जाता है बहुतायत में उपयोग, जहरीले तीर से कर दी हत्या, जंगल में आपसी विवाद पर दो युवकों पर चलाया तीर
शाहडोल•Sep 10, 2018 / 09:10 pm•
shivmangal singh
सीधे दिल पर मारा तीर, तुरंत हो गई मौत
शहडोल. आदिवासी अंचल में आज भी धनुष और बाण को घातक हथियार के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। जरा सी लड़ाई-झगड़े में भी धनुष-बाण का प्रयोग करने से लोगों की जान चली जाती है। हाल ही में इस तरह के कई वाकये सामने आए हैं। रविवार को भी ऐसी ही एक घटना हुई। जिले के आदिवासी अंचल झींकबिजुरी के सरईडीह गांव के जंगल में आपसी विवाद पर एक युवक पर तीर से हमला करके मौत के घाट उतार दिया। घटना रविवार की सुबह की बताई जा रही है। सीने में सिर घुसने की वजह से युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा युवक किसी तरह जान बचाकर मौके से भाग निकला। पुलिस के अनुसार जनकपुर निवासी ठूंठा उर्फ मनरूप अपने ससुराल झींकबिजुरी आया था। रविवार को अपने रिश्तेदार गोरेलाल पलिहा और एक अन्य युवक के साथ जंगल गया था। परिजनों के अनुसार तीनों युवक तीर कमान लेकर पक्षियों के शिकार के लिए जंगल गए हुए थे। जंगल में ठूंठा उर्फ मनरूप का विवाद गोरेलाल पलिहा के साथ हो गया। आपसी विवाद पर युवक ने तीर निकालकर चला दी। इस दौरान गोरेलाल पलिहा की छाती में तीर जा घुसा। उधर दूसरे युवक पर भी आरोपी ठूंठा ने तीर चलाकर प्राणघातक हमला किया। हालांकि पेड़ और झाडिय़ां होने की वजह से तीर दूसरे युवक को नहीं लगी और युवक नाले में कूदकर घर भाग निकला। तीर लगने के बाद लगभग १५ से २० मिनट तक युवक गोरेलाल पलिहा तड़पता रहा। दूसरा युवक घर पहुंचकर घटना की जानकारी परिजनों को दी।
परिजन जंगल पहुंचकर युवक को अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन पहले ही युवक ने दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही पुलिस और एफएसएल डॉ एसपी सिंह मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है लेकिन रात दस बजे तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
हार्ट में तीर घुसने से पंचर
एफएसएल डॉक्टर एसपी सिंह के अनुसार, तीर युवक के छाती में घुस गया था। इससे युवक का हार्ट पंचर हो गया था। हार्ट काम करना बंद होने की वजह से युवक की मौत हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस की मानें तो इस क्षेत्र के लिए तीर मारकर हत्या पहला मामला है। पुलिस आरोपी की पतासाजी कर रही है।