scriptसांसद व विधायक को आज तक नहीं देखे बैगा बस्ती के लोग | People of Baga settlement have not seen MP and MLA till date | Patrika News
शाहडोल

सांसद व विधायक को आज तक नहीं देखे बैगा बस्ती के लोग

1500 मीटर की सडक़ के लिए तरस रहा 150 आदिवासी घरों का परिवार, कहा-रोड नहीं तो वोट नहीं

शाहडोलNov 01, 2018 / 08:26 pm

shivmangal singh

People of Baga settlement have not seen MP and MLA till date

People of Baga settlement have not seen MP and MLA till date

शहडोल. संभागीय मुख्यालय से महज दो किलोमीटर दूर स्थित ग्राम विचारपुर के बैगा बस्ती के लोगों ने आज तक अपने सांसद व विधायक को नहीं देखा है, क्योंकि उनकी बस्ती में तक पहुंचने के लिए मात्र १५०० मीटर लम्बी सडक़ बनाने की जेहमत किसी जनप्रतिनिधि ने नहीं उठाई है। जबकि बैगा बस्ती के लोगों ने शासन एवं प्रशासन से कई बार अपनी गुहार लगाई है। जनप्रतिनिधि उन्हे मिलते नहीं और अधिकारियों ने उन्हे सिर्फ आश्वासन दिया है। नतीजतन करीब १५० घरों की बस्ती तक पहुंचने की सडक़ निर्माण का सपना आज भी अधूरा है। इस विधानसभा चुनाव में बैगा बस्ती की कई महिलाओं व पुरूषों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि उनकी रोड नहीं बनी तो वह वोट नहीं करेंगे।
गर्मी में धूल का गुबार तो बारिश में कीचड़
बैगा बस्ती के लोगों ने बताया है कि पचगांव रोड से जैसे ही ग्राम विचारपुर के बैगा बस्ती की ओर घुसते है तो उबड़-खाबड़ रोड पर लोगो का धूल के गुबार से स्वागत होता है। यह आलम गर्मी और ठंड में रहता है। बरसात में पहुंच मार्ग पर इतना ज्यादा कीचड़ हो जाता है कि बैगाओं का मार्ग पर आवागमन लगभग बंद सा हो जाता है। यदि निकले भी तो कपड़े कीचड़ से सन जाते है और गाडिय़ों से लोग फिसल कर चोंटिल हो जाते हैं। बस्तीवासियों ने बताया कि सडक़ नहीं होने से उनकी बस्ती का विकास अधूरा है और अन्य कई कार्य अधर में लटके हुए है। सडक़ असुविधा का सर्वाधिक खामियाजा स्कूली बच्चों को भुगतना पड़ता है और रात के अधियारे में मार्ग पर जहरीले जीवोंं का खतरा भी बना रहता है। साथ सडक़ नहीं होने से कोई नेता या जनप्रतिनिधि बस्ती जाने से कतराता है।
अनुपयोगी है शौचालय
यह जानकर आश्चर्य होगा कि बैगा बस्ती के अधिकांश लोग आज भी खुले में शौच जाते है, क्योंकि उनके घरों में बनाए गए शौचालय अनुपयोगी हो गए हैं। उन्हे शौचालय के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलता तो कई शौचालयों में दरवाजे लगे ही नहीं है। नतीजतन वर्तमान में शौचालयों का उपयोग कबाड़ रखने के लिए हो रहा है।
आवास योजना का सपना अधूरा
बस्ती में निवासरत रजनी बैगा ने बताया कि उसका आवास योजना का सपना आज भी अधूरा है और वह वर्तमान में जर्जर मकान में रह रही है। उसने बताया कि पिछले महीने सर्वे में उसका नाम जोड़ दिया गया था, मगर उसको आज तक राशि नहीं मिली है, जबकि बस्ती के अन्य लोगों के आवास बन कर तैयार भी हो गए है।
पीते हैं कुआं का गंदा पानी
बस्ती निवासी महिला रैमनू बैगा ने बताया कि गर्मी में सबसे ज्यादा संकट पानी का रहता है। कुएं सूख जाते है और हैण्डपंप का जल स्तर नीचे चला जाता है। वर्तमान में वह कुएं का गंदा पानी पीने को विवश है, क्योंकि सौ मीटर से भी ज्यादा दूर से पानी लाने में उसे काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
फूंक रही है चूल्हा
गांव की सबसे बुजुर्ग ७५ वर्षीय महिला कलकतिया बाई अगरिया ने बताया कि उसको आज तक किसी भी शासकीय योजना का लाभ नहीं मिला है। गैस चूल्हा के अभाव में वह आज भी चूल्हा फूंक रही है और खंडहरनुमा घर में रहती है।
हमारी सुध कोई नहीं लेता
गांव की बुजुर्ग महिला गंगी बाई बैगा ने बताया कि वह पिछले कई सालों से वोट डालने जा रही है, लेकिन उसने जिसको भी वोट दिया, उसको उसने आज तक नहीं देखा। लोग कहते हैं कि सबका विकास हो रहा है, मगर हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं है।

Home / Shahdol / सांसद व विधायक को आज तक नहीं देखे बैगा बस्ती के लोग

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो