शिक्षा की अलख जगाने वाले को किया याद
सरस्वती शिशु मंदिरों के पितृपुरुष के महाप्रयाण पर दी गई अश्रुपूरित श्रद्धांजलि
शिक्षा की अलख जगाने वाले को किया याद
शहडोल. जिले में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम करने वाले और स्कूलों की शृंखला खड़े करने वाले रोशन लाल को सरस्वती शिशु मंदिर परिवार ने याद किया। प्रदेश में सरस्वती विद्यालयों के जनक कहे जाने वाले स्व. रोशन लाल सक्सेना के महाप्रयाण पर स्थानीय सरस्वती उ.मा.वि.पाण्डवनगर शहडोल में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। संस्था के प्राचार्य जितेन्द्र मिश्रा ने बताया कि विद्या भारती म.प्र. के जनक, संघ के स्वयं सेवक, आत्म प्रचार से दूर रहने वाले राष्ट्र साधक, सनातन संस्कृति के उपासक, त्यागमूर्ति रोशन लाल सक्सेना का अकस्मात 21 अगस्त को स्वर्गवास हो गया।
ऐसे पितृपुरूष को म.प्र.के सभी जिलो व ग्रामों में अश्रुपूरित श्रद्धांजलियां अर्पित की गई। श्री सक्सेना को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरे शहडोल संभाग से विद्याभारती के कार्यकर्ता व संघ के आनुसांघिक संगठनों के कार्यकर्ता गुरूजी सभागार में एकत्रित होकर महत आत्मा का पुण्य स्मरण करते हुये अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर मंच संचालक मृगेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि स्व. श्री सक्सेना जन्मजात शिक्षक थे उनके द्वारा शिक्षा, सेवा व संस्कार के क्षेत्र में जन कल्याण हेतु किया गया अनूठा कार्य, उनकी पावन स्मृतियां, उनका व्यक्तित्व, हम सबके लिये सदैव प्रकाश स्तंभ का कार्य करेंगे। वे एक श्रेष्ठ, कर्मठ, ध्येय निष्ठ एवं पूर्ण समर्पित कार्यकर्ता थे। श्रद्धांजली अर्पित करते समय नपा अध्यक्ष उर्मिला कटारे, पं. शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मुकेश तिवारी, लक्ष्मी नारायण शुक्ला, राम प्रसाद मिश्र, अमरनाथ चौधरी, बृजेन्द्र गुप्त, प्रकाश चन्द्र गुप्त, रमाशंकर सुहाने, सुरेन्द्र सिंह भदौरिया, एम.पी. शर्मा , जितेन्द्र मिश्र, राजेन्द्र मिश्र, नरेन्द्र तिवारी, बी.के. शर्मा, जसवीर सिंह, राज किशोर शुक्ल, विद्यालय के व्यवस्थापक कमल प्रताप सिंह, रवि कुमार रजक, प्रदीप सिंह, रामकुशल पाण्डेय, चन्द्रमोहन चौधरी, कोमल सिंह, गजेन्द्र सिंह, बृजेन्द्र पाण्डेय, रामशिरोमणि शर्मा, उपेन्द्र सिंह सेंगर, शैलेन्द्र उरमलिया, रामसजीवन पटेल, अनिल पाठक, शिव प्रसाद तिवारी, डामेश्वर दुबे, मुकेश तिवारी, भास्कर चतुर्वेदी, सुशील मिश्रा, सच्चिदानंद पाण्डेय एवं वनवासी क्षेत्र के सैकडों लोग
मौजूद रहे।