सामाजिक कुरीतियों को दूर करने अधिकारियों को बांटी जिम्मेदारी
शाहडोल•Oct 16, 2018 / 03:33 pm•
shivmangal singh
टास्क फोर्स की बैठक में रखा एक्शन प्लान, कलेक्टर ने कहा जल्द दिखना चाहिए असर
शहडोल. बच्चों को दागने जैसी स्वास्थ्य संबधित सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लोगों में जागरूकता पैदा कर ऐसी बर्बर सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए अधिकारी कर्मचारी लोगों में जागृति पैदा करें। अभियान का असर मैदानी स्तर पर दिखना चाहिए।
दागने के मामलों में पूरी तरह रोकथाम लग सके और गांव- गांव के हर एक घर तक हमारे मैदानी अमले की पकड़ हो। ये बाते कलेक्टर अनुभा श्रीवास्तव ने झाडफ़ूंक और दागने के मामले में गठित टास्क फोर्स की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों से कही। बैठक में अलग- अलग विभागों से बनाए गए सात अधिकारी सदस्यों ने भी एक्शन प्लान रखा। कलेक्टर ने चिकित्सा अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि वह मैदानी स्वास्थ्य विभाग के अमले को भी स्वास्थ संबंधित कुरीतियों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए ताकित करें।
बच्चों को दागने की घटनाओं सहित अन्य स्वास्थ संबंधित कुरीतियों को दूर करने के लिए जन अभियान परिषद, स्वास्थ्य विभाग का मैदान अमला, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग एवं सामाजिक संगठन जागरूकता अभियान चलाएं। कलेक्टर ने बच्चों को दागने वाली दाईओ, महिलाओं और गुनिया लोगों को जागरूक करने के लिए उनकी काउंसलिंग की जाए तथा उन्हें ताकीद किया जाए कि बच्चों को इस तरह से दागना दंडनीय अपराध है। इसके लिए उन्हें सजा भी हो सकती है।
एडीएम, एसडीएम, जनअभियान और पंचायत भी शामिल
कलेक्टर ने अभियान में एडीएम के साथ ही जिले के सभी ब्लॉकों के एसडीएम, जनअभ्यिान परिषद और पंचायतों को भी शामिल किया है। बैठक में सीइओ जिपं एसकृष्ण चैतन्य, एएसपी प्रवीण कुमार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश पांडेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग राकेश खरे, जिला शिक्षा अधिकारी उमेश कुमार धुर्वे, समन्वयक जन अभियान परिषद विवेक पांडे, सामान्य वर्ग जिला शिक्षा केंद्र डॉक्टर मदन त्रिपाठी, जिला शिक्षा अधिकारी उमेश कुमार धुर्वे सहित कई अधिकारी रहे।