scriptसंरक्षित समुदाय के लोगों को नहीं दिए बैल, फर्जीवाड़े की होगी जांच | The people of the protected community will not be given the bull | Patrika News
शाहडोल

संरक्षित समुदाय के लोगों को नहीं दिए बैल, फर्जीवाड़े की होगी जांच

प्राधिकरण की बैठक में लिया गया फैसला, अफसरों की सांसें अटकीं

शाहडोलJan 12, 2018 / 08:28 pm

shivmangal singh

The people of the protected community will not be given the bull

The people of the protected community will not be given the bull

शहडोल. जिले में बैगा विकास अभिकरण के तहत 2016-17 में विशेष केन्द्रीय सहायता योजना से जिले के 63 बैगा किसानों को बांटे गए 18.65 लाख रुपए मूल्य के बैल जोडिय़ों के मामले की जांच कराई जाएगी। उक्त निर्णय बैगा विकास अभिकरण की आयोजित गवर्निंग बाड़ी की बैठक के दौरान लिया गया है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जिले की बैगा महिलाओं को शासन के निर्देशों के अनुरूप दी जाने वाली 1 हजार रुपए की राशि के लिए समुचित सर्वे किया जाए तथा सभी बैगा महिलाओं का सर्वे सूची में नाम जोड़ा जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि बैगा महिलाओं का नाम 20 जनवरी तक जोडऩे के लिए कार्यवाही की जाए। बैगा महिलाओं को कटिंग एवं टेलरिंग का प्रशिक्षण, ग्राम पंचायत भर्री और पलसऊं में ट्यिूब बेल, ग्राम पंचायत विचारपुर में सामुदायिक केन्द्र का निर्माण कराया जाएगा। परियोजना प्रशासक बैगा विकास प्राधिकरण डॉ.प्रयास कुमार प्रकाश ने बताया कि जिले में बैगा युवाओं को स्वरोजगार से जोडऩे के लिए प्रयास किए जा रहे हैं तथा बैगा परिवारों को आवासीय योजनाओं का लाभ मुहैया कराया जा रहा है। बैगा परिवारों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए जिले में 19 कैम्प लगाना प्रस्तावित है। कलेक्टर ने विशेष केन्द्रीय सहायता योजना अंतर्गत बैगा बस्तियों व ग्राम पंचायत ग्राम नबलपुर, जोधपुर , छाता, रतहर एवं ग्राम खांड में ट्यिूब वेल उत्खनन करने के निर्देश दिए तथा विलंब के लिए कड़ी नाराजगी व्यक्त की। बैठक में अध्यक्ष बैगा
विकास प्राधिकरण रामलाल बैगा सहित अन्य अधिकारी
उपस्थित रहे।
लिपिकों से कहा नहीं सुधरे तो होगी कार्रवाई
शहडोल. अगर राजस्व न्यायालयों में पदस्थ लिपिक अपनी कार्यशैली और व्यवस्थाओं में सुधार नहीं लाए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर नरेश पाल ने जिले के सभी राजस्व न्यायालयों के लिपिकों को दो टूक शब्दों में निर्देशित किया है कि वे अपनी व्यवस्थाओं में सुधार करें और किसानों के साथ अच्छा व्यवहार करें तथा किसानों का काम समय सीमा में करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि राजस्व विभाग के लिपिकों को जिला स्तर पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि राजस्व न्यायालयों के माध्यम से किसानों के राजस्व प्रकरणों का त्वरित निराकरण किया जा सके।
कलेक्टर ने उक्त निर्देश कलेक्टर कार्यालय के लिपिकों की विशेष बैठक में दिए। कलेक्टर ने कहा कि जिले के सभी राजस्व न्यायालयों की स्थिति 31 जनवरी तक हर हाल सुधरना चाहिए। कलेक्टर ने लिपिकों को निर्देश दिए कि वे पुराने प्रकरणों को देखें तथा पुराने प्रकरणों का निराकरण भी कराएं। बैठक में एडीएम सरोधन सिंह, संयुक्त कलेक्टर रमेश सिंह के अलावा अन्य अधिकारी और लिपिक मौजूद रहे।

Home / Shahdol / संरक्षित समुदाय के लोगों को नहीं दिए बैल, फर्जीवाड़े की होगी जांच

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो