अब लोगों को नया विडियो आने का रहता है इंतजार
शाहडोल•May 18, 2022 / 12:06 pm•
shubham singh
मजाक में बनाया विडियो, हुआ वायरल तो बन गया सुपर स्टार
शहडोल. मैने तो मजाक-मजाक में ही बघेली बोली में अभिनय प्रारंभ किया था यह कब जिम्मेदारी बन गई मुझे पता ही नहीं चला। अब लोगों को इंतजार रहता है कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म में बघेली बोली में कुछ नया देखने और सुनने को मिलेगा। बघेली हमारी मातृभाषा है उसी से मुझ़े पहचान मिली है, अब उसे प्रमोट करने के लिए हर शहर में कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को इससे जोडऩे का प्रयास कर रहे हैं।
शहडोल शहर में भी अगले माह बघेली बौछार कार्यक्रम होना है जिसका उद्देश्य भी बघेली बोली को जन-जन तक पहुंचाना है। उक्त बातें मंगलवार को पत्रिका कार्यालय पहुंचे बघेली हास्य कलाकार अविनाश तिवारी ने चर्चा के दौरान कही। अविनाश ने बहुत ही कम समय में सोशल मीडिया में बघेली हास्य कलाकार के रूप में अपनी पहचान बनाई है। पत्रिका से चर्चा के दौरान उन्होने बघेली भाषा व अभिनय के संबंध में बहुत सी बातें साझा की। उनके साथ उनकी टीम के सदस्य बृजेश शुक्ला बिरजू भाई व पूर्णिमा द्विवेदी भी पत्रिका कार्यालय पहुंचे हुए थे।
बघेली बोली को जन-जन तक पहुंचाना लक्ष्य
बघेली बोली में ही अभिनय करने के निर्णय को लेकर अविनाश का कहना है कि उन्हे बघेली बोली से पहचान मिली है। बघेली उनकी मातृभाषा है जिसे अब वह जन-जन तक पहुंचाने के लिए शहर-शहर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। जिसे लोग काफी ज्यादा पसंद भी कर रहे हैं।
बचपन से ही कलाकारों के बीच रहा, अभिनय को चुना
अविनाश तिवारी ने बताया कि 1984 से उनकी रामलीला मंडली चल रही है। जिस वजह से बचपन से ही कलाकारों के बीच रहा। इसके अलावा वह भी अभिनय के क्षेत्र में ही जाना चाहते थे। बी.कॉम तक पढ़ाई करने के साथ ही मंचीय कार्यक्रम भी करते थे। इसके बाद वर्ष 2017 में सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से अभिनय के क्षेत्र में कार्य प्रारंभ किया। जिससे एक अच्छी पहचान मिली है। उन्होने कहा कि इस बीच कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा, अभी भी परेशानियां आती है लेकिन उनसे लड़कर आगे बढऩे का प्रयास करते हैं। अविनाश का मानना है कि कोई भी काम करों उसके लिए पागनपन होना बहुत जरूरी है।