ऊंची तनख्वाह की नौकरी छोड़ लौटे वतन शरद गंगवार ने अमेरिका की ऊंची तनख्वाहब वाली नौकरी छोड़कर गोपालन में अपना रोजगार तलाशा है। रामपुर गांव के रहने वाले शरद गंगवार ने दिल्ली से एमबीए की पढ़ाई करने के बाद अपने कैरियर की शुरुआत की थी। 2009 में अमेरिका के न्यूयॉर्क में उन्हें अमेरिकन एक्सप्रेस नाम की कंपनी में नौकरी मिल गई। लेकिन पांच साल बाद उन्हें देश की मिट्टी अपने वतन और अपने गांव खींच लाई। 2014 में वह वापस लौट आए और उन्होंने दो गायों से अपने करियर की शुरुआत की लेकिन आज उनके पास लगभग 80 गाय हैं। ये गाय आज उनके लिए सबसे बड़ा रोजगार बन चुकी हैं। आज इन गायों से रोजाना 200 लीटर दूध का उत्पादन होता है। यही वजह है कि आज वह पूरे जिले के सबसे बड़े दूध उत्पादक हैं। उनका कहना है कि डॉक्टर इंजीनियर बनने के बाद लोग अपनी काबिलियत विदेशों को बेच देते हैं लेकिन अगर अपनी योग्यता के अपने देश के लिए इस्तेमाल करें तो देश की दशा और दिशा दोनों बदल सकती हैं।
अधिकारी भी आते हैं गोशाला देखने शरद का दिन अपनी इसी गोशाला में गुजरती है। इसमें उनका साथ उनकी पत्नी भी देती हैं। इतना ही नहीं उनकी इस गोशाला से आठ और लोगों को भी रोजगार मिला है। हर गाय उन्हें पहचानती है। शरद के इसी जज्बे को देखने के लिए जिला प्रशासन के अफसर भी उनकी गोशाला को देखने यहां आते हैं। अधिकारी भी इस अमेरिका रिटर्न के जज्बे को सलाम कर हैं।