शाहजहांपुर नगर पालिका से कांग्रेस से नसरीन बेगम चुनाव मैदान में थीं। वहीं भाजपा से कांग्रेस नेता कुंवर जितिन प्रसाद की भाभी नीलिमा प्रसाद चुनाव मैदान उतरीं। जिससे शहर में चर्चाएं थीं कि जितिन प्रसाद अपनी भागी नीलिमा प्रसाद को चुनाव में सहयोग करेंगे। हालांकि नीलिमा प्रसाद उनसे सहयोग लेने से साफ इनकार कर चुकी थीं। वहीं जितिन प्रसाद ने चुनाव के दौरान शहर में आना ही छोड़ दिया था।
शहर में नीलिमा प्रसाद को समर्थन देने की चर्चाओं पर कांग्रेस के नगर अध्यक्ष तसनीम अली खान का कहना है कि वो यह तो नहीं कह सकते, लेकिन जब से निकाय चुनाव की सुगबुगाहट तेज हुई तब से कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने शाहजहांपुर आना ही छोड़ दिया था। उन्होंने कहा कि अगर वो चुनाव प्रचार में शामिल होते तो कांग्रेस प्रत्याशी को और मजबूती मिलती है।
जितिन प्रसाद के चुनाव प्रचार में शामिल न होने पर भले ही पार्टी नेता खामोश हो, लेकिन शहर के लोगों में तरह तरह चर्चाएं हो रहा है। लोगों का मानना है कि जितिन जान-बूझकर शहर में नहीं आए। क्योंकि अगर वो आते तो यहां कांग्रेस प्रत्याशी के लिए प्रचार करना होता। उनके न आने से कांग्रेस को नुकसान हुआ है।
बता दें कि नीलिमा प्रसाद अपने पति जयेश प्रसाद के साथ हाल ही में भाजपा में शामिल हुई थी। जिसके बाद से कांग्रेस नेता कुंवर जितिन प्रसाद के भी भाजपा में जाने की चर्चाओं का बाजार गर्म है।