गर्भ में बेटी का पता चलने पर विवाहिता का जबरन कराया गर्भपात, फिर मारपीट कर घर से निकाला…
चिन्मयानंद ने सुबह ध्यान व शाम को पूजा कीरविवार के दिन की शुरुआत चिन्मयानंद ने रोज की तरह ध्यान करके की। इसके बाद शाम को दीपावली का पूजन किया। पूजन के बाद बंदियों ने दीए जलाए। चिन्मयानंद बंदियों को दीया जलाते देखते रहे, लेकिन किसी से ज्यादा बात नहीं की। वहीं छात्रा भी अपनी बैरक में काफी गुमसुम थी। परिवार से दूर होने का गम उसके चेहरे पर साफ नजर आ रहा था। कुछ महिला बंदियों ने उससे बात करने कल कोशिश भी की, लेकिन फिर भी उसकी उदासी दूर नहीं हुई। वहीं लड़की के तीनों साथियों ने अपनी अपनी बैरक में जेल प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराए गए दीये जलाए।