मंत्री ने कहा कि मोदी जी ने पिछला चुनाव विकास के नाम पर लड़ा था। उसका नारा था ‘सबका साथ सबका विकास’। लेकिन जब हम राम का नाम लेते हैं तो आप लोग कहते हो कि राम के नाम पर वोट मांग रहे हो, और जब नाम नहीं लेते हैं तो आप लोग कहते हो राम को भूल गए। उन्होंने कहा कि जो सबमें रमण करते हैं वो राम हैं है वो राम हैं। राम मंदिर अयोध्या में ही बनेगा। बता दें कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के पहले राम मंदिर निर्माण का मुद्दा एक बार फिर से गर्मा गया है। आरएसएस के साथ साथ साधु-संतों ने भी जल्द राम मंदिर निर्माण का आह्वान किया है। इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद भी 25 नवंबर को अयोध्या में धर्मसभा का आयोजन कर इसे और हवा दे दी है। इसमें देशभर के साधु-संतों के साथ विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी जुटने की तैयारी में हैं।
वहीं नहरों की सफाई में मिल रही अनियमितताओं की शिकायतों को लेकर मंत्री ने कहा कि अब ड्रोन कैमरे के जरिए नहरों की सिल्ट सफाई का जायजा लिया जाएगा। गैर जिम्मेदार अफसर और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।