खाना बनवाते हैं पुलिस वाले वैसे तो पुलिस में कई नियम क़ानून और रहन सहन आज भी अंग्रेजी हुकूमत के कायदे क़ानून से चलता चला आ रहा है। जिसमें से एक है गांव-गांव में लाल साफा बांधे तैनात चौकीदार। गांव का चौकीदार पुलिस के लिए सूचना तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। शाहजहांपुर में ये चौकीदार अपने ही विभाग के अधिकारियों से खासे पीड़ित हैं। यहां बड़ी तादात में चौकीदारों ने पुलिस पर बेहद गंभीर आरोप लगाए है। चौकीदारों का आरोप है कि थानेदार उन्हें अपने हुक्म से थानों में बुला लेते हैं, जहाँ उनसे घरेलू काम करवाते हैं, जैसे कपड़े धोना, झाड़ू पोंछा करना आदि।
चार महीने से नहीं मिला वेतन चौकीदार रामकुमार का कहना है कि उन्हें महज 15 सौ ररुपये महीना पगार मिलती है। वो भी पिछले चार महीने से नहीं मिली है। इसी बात को लेकर आज बड़ी तादाद में सिर पर लाल साफ़ा बांधकर चौकीदार शाहजहांपुर पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपनी व्यथा सुनाने पहुंचे। किसी भी अधिकारी के न मिलने से नाराज चौकीदारो ने शांत रहकर गुस्से का इजहार किया। आपको बता दें कि अंग्रेजो के समय से ही गावों में क़ानून व्यवस्था को बनाये रखने और किसी भी आपराधिक या फिर विश्वसनीय सूचना हासिल करने के लिए इन चौकीदारों की नियुक्ति की गई थी।