लखनऊ से शाहजहांपुर पहुंची टीम में एक आईजी, दो एसएसपी, एडिशनल एसपी व अन्य अधिकारी शामिल हैं। एसआईटीम में शामिल शामिल अधिकारियों ने जिले के आला पुलिस अधिकारियों से मीटिंग की। पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रकरण से संबंधित अभिलेख टीम को दिए हैं।
उधर स्वामी चिन्मयानंद ने भी बड़ा बयान दिया है। उनके अनुसार उनके खिलाफ ये साजिश किसी तरह उनकी गिरफ्तारी कराने के लिए रची गई थी। यदि छात्रा न मिलती तो उसकी हत्या की जा सकती थी, ताकि हत्या का आरोप उन पर आए। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने से साजिशकर्ताओं के मंसूबों पर पानी फिर गया। पुलिस ने समय रहते छात्रा को बरामद कर उसे सुरक्षा दे दी। अब आगे पूरा सच एसआईटी जांच में सामने आ जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके कॉलेज को यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाए जाने का प्रयास है। इस कार्य को भी रोकने की साजिश है।