30 नवंबर 2011 में दर्ज हुई थी रिपोर्ट
मुमुक्षु आश्रम के अधिष्ठाता व पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद के खिलाफ शाहजहांपुर कोतवाली में केस दर्ज है। बदायूं की रहने वाली पीड़ित महिला ने 30 नवंबर 2011 में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसे आश्रम में बंधकर बनाकर रखा गया था। इस दौरान पूर्व मंत्री ने उसके साथ बलात्कार किया। उस वक्त पीड़ित युवती चिन्मयानंद की शिष्या थी। शिकायत करने पर पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी दी गई थी।
तीन बार सांसद रह चुके हैं चिन्मयानंद
पुलिस ने इस मामले की जांच में रुचि नहीं दिखाई। जिसका फायदा बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद को मिला। उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट से अपील की। कोर्ट ने गवाह और सबूतों के अभाव में उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। तब से यह मामला लंबित है। बता दें कि स्वामी चिन्मयानंद बीजेपी से तीन बार विधायक रह चुके हैं। वो बदायूं से 1991, मचलीशहर 1998 और जौनपुर 1999 में लोकसभा चुनाव जीते। वाजपेयी सरकार में चिन्मयानंद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री थे।
बीजेपी विधायक पर लगा गैंगरेप का आरोप
योगी सरकार ने चिन्मयानंद के खिलाफ दर्ज रेप का वापस लेने का फैसला उस वक्त किया, जब बीजेपी विधायक पर लगे गैंगरेप के आरोप के बाद वो चौतरफा घिरी हुई है। इस मामले में पीड़ित लड़की के पिता की भी जेल में संदिग्ध हालात में मौत हो गई।