शाहजहांपुर के थाना सदर बाजार क्षेत्र के तारींन जलालनगर निवासी बाबर खान का 16 साल का बेटा आफताब मोहल्ले के ही रहने वाले शाकिर अली की सिलाई की दुकान पर सिलाई का काम सीख रहा था। आरोप है कि शाकिर 13 सितंबर को आफताब को घर से बुलाकर ले गया, लेकिन शाम तक न ही आफताब घर लौटा और न ही शाकिर। आफताब के पिता लगातार अपने बेटे के गायब होने की सूचना थाना सदर बाजार पुलिस सहित आला अधिकारियों को देते रहे, लेकिन पुलिस हर बार उनको यह कहकर लौटा देती कि जांच की जा रही है।
शनिवार को सेना की फायरिंग रेंज में आफताब और शाकिर की क्षत-विक्षत लाशें मिली। जिसमें शाकिर की लाश रस्सी से पेड़ पर लटकी हुई थी। जबकि आफताब की लाश जमीन पर पड़ी थी। आफताब के पिता बाबर का आरोप है कि उसके बेटे की हत्या पुलिस की लापरवाही के चलते हुई है। उनका कहना है कि शाकिर उनके बेटे को जबरदस्ती घर से ले गया था। जब वे लोग वापस नहीं लौटे तो बाबर ने पुलिस को शिकायत की। जिस पर पुलिस ने लापता होने का मामला दर्ज कर लिया, लेकिन कोई उन्हें तलाशने का कोई प्रयास नहीं किया। मृतक के पिता ने कहा है कि उनका पुलिस से भरोसा उठ गया है। उन्होंने इस हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
पुलिस अधीक्षक केबी ने बताया कि सेना की चांदमारी इलाके में दोनों की लाशें मिली हैं। दोनों की गुमशुदगी का मामला दर्ज पहले से दर्ज है। दोनों के परिजन अलग अलग बयान रहे हैं। फिलहाल पुलिस टीम जांच कर रही है। जल्दी ही इस घटना का खुलासा किया जाएगा। दोनों की मौत का खुलाशा कर दिया जाएगा।