एसपी सिटी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि सात फरवरी को महफूज़ की पत्नी ने थाने मे पति के गुमशुदा होने की तहरीर दी थी। महफूज़ पेशे से ड्राइवर था और शराब आदि का सेवन करता था। गुमशुदगी दर्ज होने के बाद महफूज़ की लाश लखीमपुर की शारदा नहर मे लाश मिली थी। शव का पोस्टमार्टम कराया तो पता चला कि उसकी गला दबाकर की गई है। उसके बाद मामले की जांच सदर बाजार इंस्पेक्टर डीसी शर्मा को दी गई। जांच में पुलिस ने पत्नी जीनत से पूछताछ की तो पहले तो वह गुमशुदा होने की बात करती रही। लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पूरा मामला सामने आ गया।
एसपी सिटी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि महफूज की पत्नी जीनत ने बताया कि मेरे पति का दोस्त दीपक उर्फ भीम अक्सर मेरे घर आया करता था। इसी बीच हम एक दूसरे को पसंद करने लगे। धीरे धीरे हमारे अवैध संबंध बन गए। आरोपी पत्नी के मुताबिक एक दिन जीनत और प्रेमी दीपक ने योजना महफूज को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। योजनानुसार दीपक घर आया, तब घर में महफूज भी मौजूद था। दीपक ने पहले तो उसे जमकर शराब पिलाई उसके बाद कार में बैठाकर दीपक और जीनत उसे लखीमपुर खीरी की तरफ निकल गए। कार में ही उसकी गला दबाकर हत्या कर दी, फिर रास्ते में शारदा नहर में शव को फेंक दिया। उसके बाद उन दोनों ने इसे गुमशुदगी का मामला बनाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके।
इंस्पेक्टर सदर बाजार डीसी शर्मा ने बताया कि मामला बहुत पेचीदा था इसलिए हमने पत्नी जीनत की मोबाइल काॅल डिटेल निकलवाई तो खुलासा हुआ कि जीनत की बात दीपक नाम के युवक से एक दिन मे 25 से 30 बार होती है। किसी शादीशुदा महिला की किसी दूसरे युवक से इतनी ज्यादा बात होना शक पैदा करने वाला था। इसलिए हमने घटना वाले दिन की काॅल डिटेल निकलवाई तो पता चला कि आरोपी पत्नी और उसके प्रेमी की लोकेशन एक साथ घटनास्थल की थी, जिसके बाद शक यकीन में बदल गया। पत्नी जीनत को हिरासत मे लेकर कङाई से पूछताछ करने के बाद सच सामने आ गया।