मुझ पर 31 मार्च को 1 लाख 62०० रुपए बाकी थे, जिनको मेरे द्वारा 6 अप्रैल को स्टेट बैंक में जमा करवाए परंतु मात्र 354 रुपए 44 पैसे मेरे अकाउंट से माफ किए गए।
शाजापुर•Jan 24, 2019 / 01:02 am•
Lalit Saxena
मुझ पर 31 मार्च को 1 लाख 62०० रुपए बाकी थे, जिनको मेरे द्वारा 6 अप्रैल को स्टेट बैंक में जमा करवाए परंतु मात्र 354 रुपए 44 पैसे मेरे अकाउंट से माफ किए गए।
पोलायकलां. जय किसान कर्ज माफी योजना में बुधवार को नगर परिषद में माफी सूची लगी। इसे देखने किसानों की भीड़ उमड़ी। जब सूची देखी तो कई किसान संतुष्ट नजर आये तथा कई ने आक्रोश भी जताया।
बता दें मप्र की कांग्रेस सरकार ने किसानों का 2 लाख रुपए का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। इसी बात पर मप्र में कांग्रेस की सरकार बनी। कांग्रेस ने 10 दिनों में कर्ज माफी की घोषणा की थी परंतु अभी तक किसी भी किसान के खाते में रुपए नहीं आए हैं। इससे किसान नाराज दिख रहे हैं। नगर परिषद में बुधवार सुबह 11 बजे कांग्रेस नेताओं ने किसानों को कर्ज माफी के फॉर्म बांटे। नगर कांग्रेस अध्यक्ष पवन राजकुमार, जिला कांग्रेस सचिव पवन मंडलोई, शालाग्राम मंडलोई, मुकेश कोरख्या, पार्षद प्रदीप शर्मा, धर्मसिंह मंडलोई राधेश्याम पटेल, राहुल सेठ, विनोद क्षनग्या, युवराज सेठ, किशोर देथलिया मौजूद थे।
मेरा सेवा सहकारी संस्था में खाता है। मुझ पर 70 हजार रुपए बाकी था, लेकिन मेरा नाम इस लिस्ट में नही आया है। फॉर्म जमा किया है।
प्रदीप शर्मा, पार्षद पोलायकलां
मेरा खाता सोसायटी में है। 65 हजार रुपए मुझ पर कर्ज है। मेरा खाता आधार कार्ड से लिंक होने के बाद भी नाम सूची में नहीं आया।
हजारीलाल, किसान पोलायकलां
मुझ पर 31 मार्च को 1 लाख 62०० रुपए बाकी थे, जिनको मेरे द्वारा 6 अप्रैल को स्टेट बैंक में जमा करवाए परंतु मात्र 354 रुपए 44 पैसे मेरे अकाउंट से माफ किए गए।
दिनेष घासीराम किसान खाताखेड़ी
मेरा नाम लिस्ट में नहीं है, जबकि मैं खाते को हर बार मेंटेन करके रखता हूं। स्थानीय कर्मचारियों द्वारा पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाते हुए दोगली नीति कर मेरा नाम छोड़ दिया है। तुरंत जांच होना चाहिए।
विष्णुप्रसाद तोमर किसान
मुझ पर 31 मार्च को 1 लाख 62०० रुपए बाकी थे, जिनको मेरे द्वारा 6 अप्रैल को स्टेट बैंक में जमा करवाए परंतु मात्र 354 रुपए 44 पैसे मेरे अकाउंट से माफ किए गए।
दिनेष घासीराम किसान खाताखेड़ी
Home / Shajapur / इस महत्ती योजना में इस जिले के किसानों के साथ हुआ धोखा