ग्रामीणों ने किया विरोध
बता दें कि किसानों को एक माह पहले पहुंची प्रशासन की टीम ने समझाईश व चेतावनी दी थी कि चीलर बांध से पानी चोरी नहीं करें। बावजूद चीलर बांध से लगातार पानी चोरी होता रहा। जिसके तहत मंगलवार को संयुक्त विभाग की टीम ने ये कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में जमीन में गड़े पाइप नपा अमले द्वारा उखाड़े, मोटरे जब्त की गई। इस दौरान ग्राम आला उमरोद के किसानों ने उक्त कार्रवाई का विरोध भी किया। लेकिन मौजूद अधिकारियों ने ग्रामीणों की एक न सुनी और कार्रवाई जारी रखी। हालांकि नपा अधिकारी का कहना है कि कही कोई विरोध नहीं हुआ।
अब डैड स्टोरेज के भरोसे शहरवासी
शहर में पेयजल के लिए इस बार साढ़े फीट पानी शेष रखा गया था। जिसमें में ढाई माह में पांच फीट से अधिक पानी खत्म हो चुका है। समय पर पानी चोरों लप लगाम लगाई होती तो चीलर की जमीन सूखती नहीं और शहरवासियों को जलप्रदाय के बाद भी शेष पानी रहता। लेकिन चीलर बांध से लगातार पानी चोरी होने से अपै्रल के शुरुआती सप्ताह से ही डैड स्टोरेज का सहारा लेना पड़ेगा। बता दें कि चीलर बांध में २५० से अधिक मोटरों से हर दिन पानी चोरी हो रहा था। ऐसे में शहरवासियों के लिए रिजर्व रखा पानी भी खत्म होने की स्थिति में है। अब बारिश तक डैम पूरी तरह से सूख जाएगा और बारिश की लेटलतीफी हुई तो शहरवासियों को भारी जलसंकट देखने को मिल सकता है।
इनका कहना
पानी चोरी की जानकारी लगने पर नगर पालिका, बिजली कंपनी, सिंचाई विभाग, राजस्व विभाग व पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर जाकर कार्रवाई की गई। जमीन में गड़े पाइप निकाले गए, मोटरे व बिजली के तार भी जब्त किए गए। पानी चोरी रोकने के लिए ये कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
– भूपेंद्रकुमार दीक्षित, सीएमओ नगर पालिका