उल्लेखनीय है कि शहरवासियों को वर्तमान में पेयजल के लिए सिंचाई विभाग के अधीन चीलर बांध पर ही निर्भर रहना पड़ता है। नगर पालिका चीलर बांध से पानी क्रय करके शहरवासियों को पेयजल के लिए पाइप लाइन के माध्यम से उपलब्ध कराती है। नपा के पास शहरवासियों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए स्वयं का कोई जलस्रोत नहीं हैं। ऐसे में शाजापुर के लोगों के लिए नर्मदा नदी का पानी पेयजल के लिए पहुंचाने की कवायद शुरू हो गई है। नर्मदा-शिप्रा लिंक बहुउद्देशीय परियोजना के अंतर्गत ओंकारेश्वर बांध से पाइप लाइन के माध्यम से पानी को उज्जैन जिले में पहुंचाया जाएगा। वहीं इसका लाभ शाजापुर जिले के मक्सी और शाजापुर में पेयजल के लिए मिलेगा। इसके अतिरिक्त शाजापुर और मक्सी के बीच स्थित 17 गांव के किसानों को नर्मदा नदी का जल फसलों की सिंचाई के लिए भी उपलब्ध हो पाएगा। सोमवार को शाजापुर पहुंचे नर्मदा विकास प्राधिकरण के दल ने सबसे पहले कलेक्टर डॉ. वीरेंद्रसिंह रावत, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व यूएस मरावी, तहसीलदार सत्येंद्र बैरवा सहित अन्य अधिकारियों और कांग्रेसी नेता आशुतोष शर्मा के साथ मिलकर उक्त परियोजना के संबंध में चर्चा की। इसके बाद नर्मदा विकास प्राधिकरण का दल एसडीएम, तहसीलदार व कांग्रेस नेता के साथ लालघाटी पर बापू की कुटिया के सामने स्थित लखुंदर परियोजना के खाली पड़े भवन के पास पहुंचा। यहां पर अधिकारियों के दल ने स्थल निरीक्षण किया।
हम पानी यहां तक पहुंचाएंगे, शहर में जल वितरण नगर पालिका करेगी
दल में शामिल नर्मदा विकास प्राधिकारण के सीइ अक्षय सिंघल ने बताया कि ओंकारेश्वर बांध से सीधे पाइप लाइन के माध्यम से नर्मदा नदी के जल को शाजापुर में लाया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। एल एंड टी कंपनी को इसके लिए ठेका दिया गया है। इस ठेके में कंपनी द्वारा जमीन में 1.2 मीटर नीचे करीब दो फीट की गोलाई वाली पाइप लाइन को बिछाया जाएगा। जिससे पानी यहां तक पहुंच जाएगा। सिंघल ने बताया कि शाजापुर शहर और मक्सी में पेयजल वितरण करने के लिए इंटकवेल का निर्माण नगर पालिका और नगर परिषद को करना होगा। हमारा कार्य पानी को यहां तक पहुंचाने का है।
2022 तक कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य
नर्मदा नदी के जल को शाजापुर तक लाने के लिए जिस बहुउद्देशीय परियोजना पर कार्य शुरू किया जा रहा है उसमें शाजापुरवासियों को नर्मदा नदी का जल उपलब्ध कराने के लिए जनवरी 2022 तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अधिकारियों की माने तो पूरी कोशिश रहेगी कि इस समयसीमा के पहले ही कार्य को पूर्ण कर लिया जाए। जिससे शहरवासियों को जल्द नर्मदा नदी का पानी उपलब्ध हो सके।