बिजली कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी हुए हड़ताल में शामिल
नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ एम्पलाइज एवं इंजीनियर्स तथा अभा पावर पत्रोपधि अभियंता महासंघ दिल्ली के आह्वान पर शाजापुर जिले के बिजली कंपनी में कार्यरत जूनियर और सहायक इंजिनियरों ने बुधवार को लामबंद होकर विरोध प्रदर्शन करते हुए कार्य का बहिष्कार किया। स्थानीय लालघाटी स्थित अधीक्षण यंत्री कार्यालय के बाहर बिजली कंपनी के अधिकारी और कर्मचारियों ने मिलकर
बैंक कर्मचारियों ने भी किया प्रदर्शन
केंद्रीय श्रम संगठनों, औद्योगिक फेडरेशनो, कर्मचारी संगठनों के आह्वान पर बुधवार को राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल में शाजापुर जिले की विभिन्न बैंकों की अलग-अलग यूनियन के सैकड़ों कर्मचारी हड़ताल पर रहे। कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जिले की अधिकांश बैंकों में कामकाज नहीं हुआ। इसके चलते जिलेभर में करोड़ों रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ। बैंक कर्मचारियों ने सभी के लिए न्यूनतम वेतन 21 हजार रुपए प्रतिमाह से कम नहीं करनें, स्थायी तथा बाहरी कार्यों के लिए ठेेका प्रथा बंद करने, बोनस और प्राविडेंट फंड की अदायगी से सभी बाध्यता सीमा हटाए जाने, सबके लिए पेंशन सुनिश्चित किए जाने केंद्र व राज्य सरकार के कर्मचारियों की पुरानी पेंशन नीति को बहाल करने, रोजगार सृजन के लिए ठोस कदम उठाए जाने, महंगाई पर रोक लगाने के लिए ठोस योजना बनाए जाने सहित अन्य मांगे रखी।
एलआइसी कर्मचारियों ने भी की हड़ताल
ट्रेन यूनियनों के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर एलआइसी कर्मचारियों ने भी बुधवार को हड़ताल की। इस दौरान टंकी चौराहा के समीप स्थित कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। भोपाल डिवीजन एम्पलाइ यूनियन के बैनर तले यहां पर हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने अपनी मांगों के संबंध में जमकर नारेबाजी भी की।
बीएसएनएल एम्प्लाइज यूनियन भी हुई हड़ताल में शामिल
दुपाड़ा रोड स्थित भारत संचार निगम लिमिटेड कार्यालय के बाहर बुधवार को बीएसएनएल एम्प्लाइज यूनियन के बैनर तले कर्मचारियों ने हड़ताल की। काम बंद रखते हुए हड़ताल पर बैठे हुए कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। एक दिवसीय हड़ताल के कारण बीएसएनएल के विभिन्न कामकाज भी प्रभावित हुए।
मोबाइल दुकान संचालकों ने सामूहिक रूप से किया प्रदर्शन
मोबाइल एसोसिएशन के बैनर तले शहर के समस्त मोबाइल दुकान के संचालकों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखते हुए सामूहिक रूप से प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान उपस्थित मोबाइल दुकान संचालकों ने बताया कि इ-कामर्स, ऑनलाइन की वजह से पूरा व्यापार जगत बंद की कगार पर पहुंच गया है। मोबाइल के बड़े शोरूम जो शहर की शान हुआ करते थे आज इ-कामर्स, ऑनलाइन की वजह से बंद हो चुके हैं। बहुत सारे व्यापारी बर्बाद हो चुके है। इ-कामर्स के कारण बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। इसके सहित अन्य बाते भी मोबाइल दुकान संचालकों ने बताई।
कृषि उपज मंडी में बंद रहा कारोबार
वैसे तो बुधवार को बुलाई गई आम हड़ताल से कृषि उपज मंडी का कोई संबंध नहीं था, लेकिन इसके बाद भी शाजापुर कृषि उपज मंडी में कामकाज पूरी तरह से बंद रहा। यहां पर बुधवार को व्यापारियों ने घोष विक्रय में भाग नहीं लेते हुए कामकाज को बंद रखा। दरअसल कृषि उपज मंडी में किसानों को उनकी उपज का नकद भुगतान किया जाता है। ऐसे में मंडी के सभी व्यापारी किसान से माल खरीदने के बाद उसे बैंक से कैश निकालकर भुगतान करतें है, लेकिन बुधवार को विभिन्न बैंकों की हड़ताल के कारण व्यापारी बैंक से नकद आहरण नहीं कर पाते। ऐसे में किसानों को भुगतान नहीं हो पाता। इसीके चलते बुधवार को कृषि उपज मंडी में भी कामकाज बंद रहा।