इस समस्या से संकरे हो गए मार्ग, आए दिन लोगों में होते रहते हैं विवाद
बस स्टैंड की व्यवस्था सुधारने की ओर नपा का नहीं ध्यान, बसों को खड़ा रखने में भी होती है परेशानी
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शाजापुर. अतिक्रमण शहर की सबसे प्रमुख समस्या में से एक है। यहां पर छोटे-छोटे गुमटी संचालकों से लेकर बड़े रसूखदारों तक ने अतिक्रमण किया हुआ है। इसके बाद भी इसको हटाने के लिए ठोस कार्रवाई नहीं होती है। कभी-कभी अतिक्रमण हटाने को लेकर औपचारिकता की कार्रवाई होती है। इस कार्रवाई में अस्थायी अतिक्रमणकर्ताओं को हटा दिया जाता है, लेकिन स्थायी के अतिक्रमण हटाने की बारी आती है तो ये काम ठंडे बस्ते में चला जाता है। शहर के बस स्टैंड क्षेत्र की बात करें तो चारों ओर से बस स्टैंड पर अतिक्रमण के कारण अव्यवस्था पसरी हुई है, लेकिन नगरपालिका इस पर ध्यान ही नहीं दे रही है।
बता दें बस स्टैंड पर अतिक्रमण की समस्या काफी पुरानी है। अतिक्रमण के कारण बस स्टैंड परिसर संकरा होता जा रहा है। बस स्टैंड पर बनी नगरपालिका की दुकानों के बाहर दुकानदार टेबल, कुर्सी के साथ अन्य सामान जमा देते हैं। इससे वाहन पार्किंग में समस्या होती है। बसों को निकलने तक में परेशानी होती है। स्थिति यह है कि नपा की दुकानें १०-10 फीट की बनी है, लेकिन दुकानदारों ने दुकान के बाहर १५ से २० फीट तक अतिक्रमण जमा रखा है। इससे बस स्टैंड पर यातायात का काफी दबाव बढ़ रहा था।
नहीं मिलती पार्किंग की जगह
यदि कोई व्यक्ति किसी यात्री को छोडऩे या लेने वाहन से बस स्टैंड पर जाता है तो उसे वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं मिलती है। अतिक्रमण के चलते बस खड़े होने वाले स्थान पर ही वाहनों की पार्किंग करना मजबूरी बन जाती है। इससे कई बार बस संचालक और अन्य वाहन चालकों के बीच में बहस भी हो जाती है। किसी को बसों के बीच में तो किसी को मुख्य मार्ग पर ही वाहन खड़ा करना पड़ता है। ये स्थिति बस स्टैंड पर चारों ओर फैले अतिक्रमण की वजह से बन रही है।
15 माह से औपचारिक कार्रवाई भी नहीं हुई
बस स्टैंड पर पसरी अतिक्रमण की समस्या को लेकर नपा की लापरवाही इस बात से ही साबित हो रही है कि पूर्व में जो अतिक्रमण हटाने की औपचारिकता नपा करती थी वो औपचारिकता वाली कार्रवाई भी पिछले करीब 15 माह से नहीं हुई है। इसके पहले जो कार्रवाई हुई थी वो भी खानापूर्ति थी। बस स्टैंड क्षेत्र से ७ दुकानदारों का सामान भी जब्त किया था, लेकिन मात्र दो दिन बाद ही फिर से दुकानदारों ने दोबारा अतिक्रमण कर लिया। इसके बाद से बस स्टैंड पर फैले अतिक्रमण पर किसी का ध्यान नहीं गया।
शहर की सड़कें भी बनी तंग गलियां
शहर में सड़कों की चौड़ाई वैसे ही अपेक्षाकृत कम है। फिर भी यहां से आवागमन चलता रहता है, लेकिन लगातार बढ़ रहे अतिक्रमण के कारण शहर की सड़कें तंग गलियों की तरह हो गई हैं। पहले सड़क पर सामग्री को रखा जाकर अस्थायी अतिक्रमण किया जाता है। इसके बाद धीरे-धीरे स्थायी अतिक्रमण होने लगता है। इसी तरह शहर के कई मार्गों की हालत अब बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है। इन सड़कों पर बार-बार जाम लगना आम बात है। वाहन चालकों को भी सावधानी रखना पड़ती है। चारपहिया शहर की सड़कों से गुजरे तो जाम लग जाता है। ऐसे में यदि सामने से भी कोई बड़ा वाहन आ गया तो फिर परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। ये स्थिति नईसड़क, मीरकलां बाजार, सोमवारिया, किला रोड, चौक बाजार में बनी हुई है। ये समस्या अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधि भी जानते हैं, लेकिन कार्रवाई करना कोई भी मुनासीब नहीं समझता है।
काफी अतिक्रमण है
बस स्टैंड के आसपास काफी अतिक्रमण है। जल्द ही अतिक्रमण हटाकर यहां की व्यवस्था बनाने के लिए कार्रवाई की जाएगी।
भूपेंद्रकुमार दीक्षित, सीएमओ, नगर पालिका-शाजापुर
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