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शाजापुर

लोगों को इंदौर के लिए दिनभर नहीं मिली बसें

यात्रियों को करना पड़ा परेशानियों सामना

शाजापुरMay 21, 2018 / 10:12 pm

Gopal Bajpai

patrika

इंदौर-देवास रूट के लिए बस का इंतजार करते रहे यात्री

शाजापुर.
बस ऑपरेटरों की हड़ताल के चलते सोमवार को इंदौर-देवास जाने वाले यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बस स्टैंड पर इंदौर और देवास जाने वाली दर्जनों बसें तो पहुंची, लेकिन एक भी बस यहां से आगे के लिए रवाना नहीं हुई। बस ऑपरेटरों की हड़ताल के कारण इंदौर-देवास रूट की बसों का संचालन पूरी तरह बंद रहा। वहीं उज्जैन रूट की बसों में कुछेक बसें बंद रही। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रतिदिन की तरह बसें चली।


यात्री किराए में वृद्धि को लेकर बस ऑपरटरों ने बस ऑपरेटर संघ के आह्वान पर सोमवार को हड़ताल का निर्णय लिया था। हालांकि ऑपरटरों की हड़ताल के पहले ही सरकार की ओर से 10 प्रतिशत यात्री किराए में वृद्धि करने के निर्देश जारी कर दिए गए, लेकिन इसके बाद भी सोमवार को सुबह से इंदौर-देवास रूट पर यात्रा करने वाले यात्रियों को बसें नहीं मिल पाई। जो कुछ लंबी दूरी की बसें बाहर से आई थी वे ही आगे बढ़ी। स्थानीय स्तर से एक भी बस इंदौर के रूट पर नहीं चली। दिनभर यात्री बस के चलने का इंतजार करते रहे। इधर दूसरी ओर उज्जैन जाने के लिए भी यात्रियों को बसों का इंतजार करना पड़ा। क्योंकि इस रूट पर भी अन्य दिनों की अपेक्षा कम ही बसें संचालित हुई। बसों के नहीं चलने से बस स्टैंड परिसर में बड़ी संख्या में बसें खड़ी रही।


150 से ज्यादा बसों का होता है प्रतिदिन संचालन
स्थानीय बस स्टैंड से शहर सहित ग्रामीण रूटों पर प्रतिदिन करीब 150 से ज्यादा बसों का संचालन होता है। इसमें से इंदौर-देवास रूट पर ही करीब 50 बसे संचालित होती है। ऐसे में हड़ताल के कारण इस रूट पर एक भी बस नहीं चली। जिससे बस स्टैंड परिसर में यात्री इंतजार करते रहे। सीजन का सबसे गर्म दिन होने के कारण भीषण गर्मी में लोग बस स्टैंड पर ही बैठे रहे। हालांकि रेलवे स्टेशन पर कम ही लोग यात्रा करने पहुंचे। इससे इंदौर की ट्रेन में तो अन्य दिनों की तरह ही यात्री सवार रहे।


ग्रामीण रूट की बसों पर नहीं दिखा हड़ताल का असर
बस ऑपरेटरों की हड़ताल का सबसे ज्यादा असर इंदौर-देवास रूट की बसों पर ही दिखाई दिया। ग्रामीण रूट की बसों पर हड़ताल का कोई असर नहीं रहा। वहीं सारंगपुर, पचोर, ब्यावरा, शुजालपुर, आगर आदि रूट पर भी बसों का संचालन चलता रहा। उज्जैन रूट की बसें भी हड़ताल के कारण आंशिक रूप से प्रभावित रही। इस स्थिति में इंदौर-देवास की ओर यात्रा करने वाले यात्रियों को निजी या दूसरे साधनों का उपयोग करना पड़ा।


40 प्रतिशत किराया वृद्धि की थी मांग
बस ऑपरेटरों के मुताबिक उन्होंने पिछले करीब 6 साल से यात्री किराए में कोई वृद्धि नहीं की है, जबकि पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ते हुए आसमान छूने लगे है। ऐसे में सभी बस ऑपरेटरों ने 40 प्रतिशत किराया वृद्धि की मांग की थी। हालांकि सरकार की ओर से बस ऑपरेटरों को यात्री किराए में 10 प्रतिशत की वृद्धि करने के लिए निर्देश जारी किए गए है। जानकारी के अनुसार करीब 70 प्रतिशत बस ऑपरेटर 10 प्रतिशत यात्री किराए की वृद्धि के पक्ष में आ गए है। ऐसे में मंगलवार को हड़ताल रहेगी या नहीं इस बारें में किसी को कोई जानकारी नहीं है।


इनका कहना है
इंदौर रूट की बसों का संचालन सोमवार को पूरी तरह से बंद रहा। अन्य रूट की बसें चलती रही। मंगलवार को हड़ताल है या नहीं इसके बारें में कोई जानकारी नहीं है। सरकार ने 10 प्रतिशत यात्री किराया बढ़ाने के लिए निर्देश दिए है। इसे अधिकांश बस ऑपरेटरों ने स्वीकार कर लिया है।
– संतोष जोशी, बस स्टैंड प्रभारी-शाजापुर

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