गुरुवार को वाटर वक्र्स से रोज की तरह जलप्रदाय किया जा रहा था, लेकिन सुबह अचानक वाटर वक्र्स की बिजली लाइन में फॉल्ट हो गया। इससे जलापूर्ति रोकनी पड़ी। बिजली सुधार कार्य में करीब ३ घंटे से अधिक समय लग गया। इसके बाद पुन: जल सप्लाई किया गया। बता दें कि गर्मी के दिनों में पानी अधिक आवश्यकता रहती है, लेकिन शहर में दो दिन में एक बार जलापूर्ति की जाती है। ऐसे में सुबह जलापूर्ति नहीं होने से लोग परेशान हो उठे। जलप्रदाय व्यवस्था बिगडऩे से ३ घंटे देरी से जलप्रदाय किया गया। शहर में महूपुरा, भावसार मोहल्ला, खत्रीपुरा, लालपुरा, कसाईवाड़ा, सपरीपुरा, मुगलपुरा, मीरकला सहित अन्य क्षेत्रोंं में देरी से जलप्रदाय हुआ। ऐसे में सुबह लोगों के जरूरी काम भी अटक गए। लोगों ने अन्य जलस्रोतों से पानी लाकर जलापूर्ति की। नगर पालिका उपयंत्री अरूण गौड़ ने बताया कि वाटर वक्र्स लाइन में फॉल्ट होने सेे जलप्रदाय रोका गया था, सुधार होते ही प्रदाय शुरू हो गया।
प्रचंड गर्मी में बिजली गुल होने से परेशानी
शहर के वार्ड क्रमांक ७ में मुगलपुरा क्षेत्र में बुधवार को कुछ बंदरों ने जमकर उत्पात मचार्या। इस दौरान बिजली के केबल पर भी बंदर झूमते रहे। जिससे लाइन लूज हो गई। जिससे बुधवार-गुरुवार रात से वोल्टेज कम होने की समस्या होने लगी। इसके बाद गुरुवार सुबह लूज लाइन ने आग पकड़ ली। विद्युत पोल लगी केबल से निकली आग से क्षेत्रवासी घबरा और बिजली कंपनी को सूचना दी। इस दौरान लंबी केबल जल गई और क्षेत्र की बिजली गुल हो गई। कंपनी कर्मचारियों ने पहुंचकर केबल बदलकर सुधार कार्य किया। इस दौरान ३ घंटे तक क्षेत्र की बिजली गुल रही। जिससे गर्मी से परेशान रहवासियों की परेशानी और बढ़ गई। तीन घंटे बिजली गुल रही।
१ जून के बाद होगा मानसून पूर्व का मेंटनेंस
इस बार बिजली कंपनी ने अपने आधुनिक उपकरण की मदद से जिलेभर में मेंटनेंस कार्य मार्च-अपै्रल माह में ही शुरू कर दिया था। दो माह में लगातार लंबी लाइनों का मेंटनेंस किया गया। इस दौरान शहर में भी बिजली लाइन का मेंटनेंस किया गया। बिजली कंपनी एई टाउन गौरव दुबे ने बताया कि शहर में करीब ६० से ७० फीसदी मेंटनेंस कार्य हो चुका है। मानसून पूर्व एक बार और लाइनों को चेक किया जाएगा। साथ ही शेष हिस्से में मेंटनेंस होगा। उन्होंने बताया कि १ जून के बाद शहर में मेंटनेंस कार्य शुरूहोगा।