जिला अस्पताल के प्रथम तल पर स्थित महिला मेडिकल वार्ड में भी इमरजेंसी के समय इसीजी की सुविधा दी हुई है। यहां पर वार्ड में पर्दे लगाकर किसी महिला की इसीजी की जाती है, लेकिन यहां की मशीन से इसीजी के रिजल्ट सही नहीं आते हैं। गुरुवार को ही एक महिला को इसीजी के लिए उक्त परेशानी का सामना करना पड़ा।
अस्पताल में जिन महिलाओं को इसीजी कराना है या तो उन्हें मेल नर्स से या आइसीयू में इसीजी की जा सकती है। गुरुवार को इसीजी कराने पहुंची महिला को उसके परिजन ओपीडी की बजाय आइसीयू में इसीजी कराने के लिए पहुंचे, लेकिन यहां पर स्थित दो बेड पर ही मरीज भर्ती थे। ऐसे में यहां पर मरीज के भर्ती रहने से यहां इसीजी नहीं हो पाई। पूछने पर पता लगा कि यदि कोई मरीज नहीं है तो महिलाओं की यहां पर इसीजी की जा सकती है, लेकिन अधिकांशत: यहां पर मरीज भर्ती रहते हैं, जिससे महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
एक ओर तो अस्पताल में महिलाओं को इसीजी कराने में असवंदेनशीतला सामने आई, वहीं दूसरी ओर यहां पर सोनोग्राफी के लिए आई प्रसूताओं को घंटों तक सोनोग्राफी के लिए लाइन लगाना पड़ी। सुबह करीब 11 बजे जब महिलाएं यहां पर बैठी हुई थीं, तभी जिला अस्पताल की बिजली गुल हो गई। अचानक बिजली बंद होने से यहां पर लगे पंखे भी बंद हो गए। इससे गर्मी में महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। काफी देर तक इंतजार के बाद भी यहां बिजली प्रदाय सुचारू नहीं हो पाया।
डॉ. जीएल, सोढ़ी, सीएमएचओ-शाजापुर