दरअसल, मामला जनपद शामली के कैराना का है। कैराना वैसे तो पलायन को लेकर देशभर में चर्चाओं में रहा था, लेकिन यहां का सट्टा बाजार भी वेस्ट यूपी में चर्चा का विषय बना हुआ है। कैराना में एक रुपए के बदले सौ रुपए देने के लालच में यहां छोटे बच्चों से लेकर मजदूर और गरीब परिवार के लोग चंद रुपयों के लालच में सट्टा लगाते हैं और यह सट्टे की दुकानें कैराना में गली-गली खुली हुई है।
आरोप है कि यहां खुलेआम बेख़ौफ़ होकर सट्टा खिलवाया जाता है और इसकी ऐवज में पुलिस को भी मोटी रकम पहुंचाते हैं। एक सट्टा कारोबारी ने बताया कि कैराना पुलिस ने एक ठेकेदार को चयन किया हुआ है, जो सभी दुकानों से पैसे एकत्रित कर पुलिस को पहुंचाता है। वहीं एसपी शामली अजय कुमार का कहना है कि नशाखोरी और अवैध कारोबार रोकना मेरी प्राथमिकता है। कैराना कोतवाल को निर्देश दिए हैं कि जल्दी सट्टा बाजार को बंद कराया जाएगा।