scriptBig News: 30 नवंबर तक पुलिसकर्मियों की छुट्ट‍ियां रद्द, 24 घंटे थाने में रहने के आदेश | UP Police Holidays Cancel till 30 November Because of Ayodhya Hearing | Patrika News
शामली

Big News: 30 नवंबर तक पुलिसकर्मियों की छुट्ट‍ियां रद्द, 24 घंटे थाने में रहने के आदेश

Highlights

Ayodhya Case में Supreme Court का जल्‍द आने वाला है फैसला
कोतवाली प्रभारी ने थाने के पुलिसकर्मियों के साथ की बैठक
कोतवाली में ही सोने के लिए व्यवस्था करा दी गई बिस्तरों की

शामलीNov 07, 2019 / 12:44 pm

sharad asthana

vlcsnap-2019-11-07-08h31m36s384.png
शामली। अयोध्या मामले (Ayodhya Case) को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का जल्‍द ही फैसला आने वाला है। इसको लेकर पुलिस (Police) विभाग पूरी तरह सर्तकता बरत रहा है। बुधवार को कोतवाली में आयोजित मीटिंग के दौरान सभी पुलिस कर्मियो को ड्यूटी समाप्त होने के बाद रात में भी थाने के अंदर ही रहने के निर्देश दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें

Reality Check:

Ayodhya a फैसले को लेकर Communication के नये नियम लागू, जानिए क्‍या है सच्‍चाई- देखें वीडियो

रात में कोतवाली में ही रुकने के निर्देश

बुधवार शाम कोतवाली प्रभारी यशपाल धामा ने थाने के समस्त पुलिसकर्मियों के साथ बैठक की। इस दौरान कोतवाल ने बताया कि आईजी के निर्देश पर 30 नवंबर तक सभी पुलिसकर्मी डयूटी समाप्त होने के बाद भी कोतवाली नहीं छोड़ेंगे। पुलिसकर्मियो को रात में कोतवाली में ही सोने के लिए टेंट हाउस से बिस्तरों की व्यवस्था करा दी गई है। साथ ही 30 नवंबर (November) तक अवकाश बंद रहेंगे। साथ ही अवकाश पर गए पुलिस कर्मियो को वापस बुलाया जाएगा।
मौलवी और पुजारियों की जानकारी करने काे कहा

उन्होंने कहा कि 45 पुलिस कर्मियों को बीट बुक दी गई थी। इसमें हल्के के मंदिरों व मस्जिदों की कमेटी के लोगों के ग्रुप, फोटो, उनके नाम व मोबाइल नंबर दिए जाएंगे। साथ ही मंदिर-मस्जिदों के मौलवी व पुजारियों के नाम, पते व मोबाइल नंबर लिखे जाएंगे। इसके अलावा हल्के के अपराधियों के नाम, पते, फोटो, मोबाइल नंबर, उनके जमानतियों के नाम-पते और मोबाइल नंबर के साथ ही उनके वकीलो का जानकारी भी होगी।
यह भी पढ़ें

Video: Ayodhya Case में फैसले को लेकर जारी किया गया यह ट्रोल फ्री नंबर

कैराना के हिस्‍ट्रीशीटरों पर नजर

कोतवाली प्रभारी यशपाल धामा ने कहा कि ग्राम प्रधानों, बीडीसी सदस्यों, वार्ड सभासद और जिम्मेदार लोगों की जानकारी भी बीट बुक में दर्ज करनी होगी। साथ ही अपने-अपने क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति की पूरी जानकारी होनी जरूरी है ताकि किसी भी परिस्थिति में कम समय पर स्थान पर पहुंचा जा सके। उन्‍होंने बताया कि कैराना (kairana) थाने के 135 हिस्ट्रीशीटरों पर नजर रखी जा रही है। कोई भी गलत बात दिखने पर उन्हें तुरन्त सुचित किया जाए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो