script31 हजार क्विंटल गेहूं का घीमा उठाव, बरसात से 6 हजार क्विंटल खराब होने की कगार पर | 31 thousand quintal wheat dissolved, 6 thousand quintal due to rain | Patrika News
श्योपुर

31 हजार क्विंटल गेहूं का घीमा उठाव, बरसात से 6 हजार क्विंटल खराब होने की कगार पर

पनबाड़ा में बरगवां उपार्जन केन्द्र पर खुले पड़ा गेहंू, 24 घण्टे से हो रही रिमझिम बारिश

श्योपुरJun 05, 2020 / 11:34 am

Anoop Bhargava

31 हजार क्विंटल गेहूं का घीमा उठाव, बरसात से 6 हजार क्विंटल खराब होने की कगार पर

31 हजार क्विंटल गेहूं का घीमा उठाव, बरसात से 6 हजार क्विंटल खराब होने की कगार पर

श्योपुर/कराहल
धर्मकांटा पनबाड़ा में बरगबा उपार्जन केंद्र पर खुले पड़ा 6 क्विंटल गेहंू खराब होने की कगार पर है। वहीं लहरौनी कराहल में कट्टों में पैक 26 हजार क्विंटल गेहूं खुले में रखा है। बीते 24 घंटे से कराहल में रुक-रुक कर हो रही बारिश से गेहूं पानी से तरबर हो गए है। गेहूं खुले में पड़ा होने के पीछे की वजह धीमी गति से उठाव है। धीमी गति से उठाव होने से उपार्जन केंद्र संस्थाओं की चिंता बढ़ गई है। बावजूद इसके नागरिक आपूर्ति निगम उठाव की गति को तेज नहीं कर पा रहा है।
उपार्जन केंद्र पर तीन तौल कांटे से आधा सैंकड़ा मजदूर गेहूं को कट्टो में भरने का काम नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में बरसात से गेहूं भींगकर खराब होने की स्थिति में पहुंच रहे हैं। कराहल मण्डी के उपार्जन केंद्र पर 19 हजार क्विंटल गेहंू कट्टों में भरा हुआ रखा है। जबकि लहरौनी में 7 हजार क्विंटल गेंहू कट्टों में भरा पड़ा है। पनबाड़ा धर्मकांटे पर खुले में पड़ा गेहंू आधे से अधिक खराब होने लगा है। कराहल पनबाडा लहरौनी में 31 हजार क्विंटल गेहंू खराब होने की कगार पर है।
वर्जन
कराहल लहरौनी पनबाडा सहित 31 हजार क्विंटल गेहंू खुले में रखा है। उठाव नहीं होने यह स्थिति बनी है। अगर हर केंद्र पर 12 से 15 ट्रक भेज दिए जाएं तो चार दिन में गेहूं उठ जाएगा।
गोपाल सिकरवार
प्रबंधक, विपरण मार्केटिंग संस्था, कराहल
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