scriptतीन साल में स्वीकृत हुए 778 आवास, पूरी किश्त मिली 176 को, 602 अब भी अधूरे | 778 houses sanctioned in three years | Patrika News
श्योपुर

तीन साल में स्वीकृत हुए 778 आवास, पूरी किश्त मिली 176 को, 602 अब भी अधूरे

शहर में प्रधानमंत्री आवास योजना की स्थित दयनीय, किश्त की राशि के लिए चक्कर काट रहे हितग्राही, नई प्रस्तावित सूची में पात्र हितग्राहियों के काट दिए नए सूची के सत्यापन में भी काट दिए कई

श्योपुरNov 08, 2019 / 02:08 pm

jay singh gurjar

तीन साल में स्वीकृत हुए 778 आवास, पूरी किश्त मिली 176 को, 602 अब भी अधूरे

तीन साल में स्वीकृत हुए 778 आवास, पूरी किश्त मिली 176 को, 602 अब भी अधूरे

श्योपुर,
गरीबों को खुद का आवास देने शुरू हुई प्रधानमंत्री आवास योजना की स्थिति श्योपुर शहर में अच्छी नहीं है। स्थिति यह है कि बीते तीन सालों में शहर मंजूर हुए कुल आवासों में से अभी छह सैकड़ा हितग्राहियों को पूरी किश्तें नहीं मिली है, जिसे कारण आवास अभी अधूरे पड़े हुए हैं। वहीं दूसरी ओर नपा द्वारा भेजी गई नई सूची में भी प्रशासन द्वारा कराए जा रहे सत्यापन में पटवारियों ने कई नाम काट दिए, जिससे अब पात्र हितग्राही कलेक्ट्रेट में चक्कर काट रहे हैं।
तीन साल पूर्व शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना(शहरी) के तहत एक हितग्राही को कुल ढाई लाख रुपए की राशि दी जाती है। योजना के तहत श्योपुर नगरपालिका क्षेत्र में बीते तीन सालों में कुल 778 आवास(तीन अलग-अलग सूचियों में 334, 191 और 253) मंजूर किए गए। लेकिन इनमें भी निर्माण के लिए बीते तीन सालों में नपा प्रशासन पूरी किश्तें नहीं दे पाया है। यही कारण है कि अभी तक 176 हितग्राहियों को पूरी किश्त मिली है, जबकि 602 आवास अभी अधूरे पड़े हैं। यही वजह है कि शेष किश्तों के लिए हितग्राही चक्कर काट रहे हैं। हालांकि नपा के अफसर पीएम आवास की किश्त जारी करने को प्रक्रियाधीन बता रहे हैं, लेकिन किश्त के हितग्राहियों को नपा के बाबुओं के चक्कर काटने पडऩे रहे हैं।
नई सूचियां कलेक्टर के यहां भेजी, लेकिन अब वेरीफिकेशन में कट रहे नाम
पहले की तीन सूचियों में मंजूर हुए 778 आवासों के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन अब नए हितग्राहियों के आवास मंजूर नहीं हो पा रहे हैं। हालांकि शासन से मंजूरी के बाद नपा ने तीन सूचियों में कुल 1507 हितग्राहियों की सूची जिला प्रशासन को भेजी, लेकिन उसमें से अभी 366 को ही मंजूरी मिली है। विशेष बात यह है कि जिला प्रशासन द्वारा शेष हितग्राहियों के सत्यापन का कार्य पटवारियों से कराया जा रहा है, लेकिन पटवारियों द्वारा कई पात्र हितग्राहियों के भी नाम काट दिए गए हैं। जिसके चलते अब ये पात्र हितग्राही आए दिन कलेक्ट्रेट पहुंचकर अफसरों से गुहार लगा रहे हैं। यही नहीं कुछ हितग्राहियों ने तो सत्यापन करने वाले पटवारियों पर पैसे मांगने का भी आरोप लगाया है।

948 हितग्राहियों की तीसरी सूची भोपाल भेजी
पहली डीपीआर में अधूरे आवास और दूसरी डीपीआर में जिला प्रशासन के वेरीफिकेशन के बीच उलझे हितग्राहियों के बीच अब नपा ने एक ओर तीसरी डीपीआर बनाकर शासन को भेजी है। इस तीसरी डीपीआर में 948 हितग्राहियों के नाम की सूची है। बताया गया है कि नगरीय प्रशासन से इस डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद फिर कलेक्टर द्वारा सूची जारी होगी, तब हितग्राहियों को आवास मंजूर होंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो