script23 लाख की सडक़ का बनने से पहले ही उखडऩे लगा डामर | Asphalt uprooted before 23 lakh roads were built | Patrika News
श्योपुर

23 लाख की सडक़ का बनने से पहले ही उखडऩे लगा डामर

– मामला कराहल के लहरोनी से राहरोन की ढाई किमी सडक़ का

श्योपुरFeb 28, 2020 / 12:06 pm

Anoop Bhargava

23 लाख की सडक़ का बनने से पहले ही उखडऩे लगा डामर

23 लाख की सडक़ का बनने से पहले ही उखडऩे लगा डामर

श्योपुर/कराहल
23 लाख की लागत से ढाई किलोमीटर तक बनाई जा रही सडक़ बनने से पहले ही उखडऩे लगी है। लहरोनी से शुरू हुए काम को तीन दिन भी नहीं हुए और डामर उखड़ गया। घटिया निर्माण को लेकर जब ग्रामीणों ने विरोध दर्ज कराया तो ठेकेदार ने कहा कि सडक़ का निर्माण कर रहे हैं यही काफी है। गुणवत्ता पर ध्यान नहीं देने से सडक़ बनने से पहले ही डामर छोड़ रही है। संपर्क सडक़ योजना के तहत सडक़ का निर्माण किया जा रहा है। लहरोनी से राहरोन तक करीब ढाई किलोमीटर सडक़ पर चल रहे घटिया निर्माण की शिकायत ग्रामीणों द्वारा किए जाने के बाद भी निर्माण कार्य नहीं रोका गया।
ग्राम पंचायत लहरोनी से राहरोन तक करीब ढाई किलोमीटर का निर्माण संपर्क सडक़ योजना के तहत वर्ष 2010-11 में स्वीकृत हुआ था। लेकिन काम अब शुरू किया गया है। बताते हैं कि लागत ज्यादा आने के कारण ठेकेदार गुणवत्ता विहीन सडक़ का निर्माण कर रहा है। सडक़ निर्माण के लिए एमजीएनआर आईईजीएस, स्टेट फण्ड बीआरजीएफ योजना से 22.92 लाख रुपए मिले। सडक़ निर्माण के लिए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग श्योपुर को एजेंसी बनाया गया। इसने टेंडर कर ठेका दे दिया, लेकिन सडक़ का निर्माण गुणवत्तापरख हो रहा है या नहीं इसकी निगरानी के लिए कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा।
लहरोनी से शुरू किया काम
सडक़ का काम लहरोनी से शुरू हुआ। गिट्टी मोरम का काम भी यहां ठीक तरीके से नहीं किया गया। सडक़ बनाने के लिए मोरम को भी पास से खोद लिया गया। इसके बाद जब डामर डालने का काम किया गया तो उसमें भी गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। डामर जगह-जगह उखडऩे लगा है। जब ग्रामीणों ने ठेकेदार से कहा कि इस तरह सडक़ क्यों बना रहे तो उसने ग्रामीणों से कहा सडक़ 10 साल पहले की स्वीकृत है। सडक़ निर्माण में घाटा हो रहा है।
दस साल बाद याद आई सडक़ निर्माण की
सडक़ निर्माण को लेकर उठ रहे सवाल के बीच इस बात को लेकर भी चर्चा है कि जब दस साल पहले सडक़ निर्माण के लिए प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी तो इतने लंबे समय बाद सडक़ निर्माण की याद विभाग को कैसे आई। अब ग्रामीणों के विरोध के बाद भी घटिया निर्माण को नहीं रोका जा रहा है। संबंधित निर्माण एजेंसी के अफसर भी सडक़ निर्माण देखने तक नहीं पहुंचे हैं।
इनका कहना है
घटिया सडक़ निर्माण को लेकर संबंधित विभाग एजेंसी को पत्र लिखकर जांच के निर्देश दिए जाएंगे। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
विजय यादव
एसडीएम, कराहल
वर्जन
डामर का काम बीते कई सालों से नहीं किया। पहले आरईएस ने मिट्टी व गिट्टी डालकर कुठाई करा सडक़ बनाई गई थी। अब पीएमवाई सडक़ योजना से डामर डाला जा रहा होगा, फिलहाल इसकी मुझे जानकारी नहीं है।
राहुल कनेरिया
एसडीओ, आरईएस कराहल
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो