लहरोनी से शुरू किया काम
सडक़ का काम लहरोनी से शुरू हुआ। गिट्टी मोरम का काम भी यहां ठीक तरीके से नहीं किया गया। सडक़ बनाने के लिए मोरम को भी पास से खोद लिया गया। इसके बाद जब डामर डालने का काम किया गया तो उसमें भी गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। डामर जगह-जगह उखडऩे लगा है। जब ग्रामीणों ने ठेकेदार से कहा कि इस तरह सडक़ क्यों बना रहे तो उसने ग्रामीणों से कहा सडक़ 10 साल पहले की स्वीकृत है। सडक़ निर्माण में घाटा हो रहा है।
सडक़ निर्माण को लेकर उठ रहे सवाल के बीच इस बात को लेकर भी चर्चा है कि जब दस साल पहले सडक़ निर्माण के लिए प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी तो इतने लंबे समय बाद सडक़ निर्माण की याद विभाग को कैसे आई। अब ग्रामीणों के विरोध के बाद भी घटिया निर्माण को नहीं रोका जा रहा है। संबंधित निर्माण एजेंसी के अफसर भी सडक़ निर्माण देखने तक नहीं पहुंचे हैं।
इनका कहना है
घटिया सडक़ निर्माण को लेकर संबंधित विभाग एजेंसी को पत्र लिखकर जांच के निर्देश दिए जाएंगे। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
विजय यादव
एसडीएम, कराहल
वर्जन
डामर का काम बीते कई सालों से नहीं किया। पहले आरईएस ने मिट्टी व गिट्टी डालकर कुठाई करा सडक़ बनाई गई थी। अब पीएमवाई सडक़ योजना से डामर डाला जा रहा होगा, फिलहाल इसकी मुझे जानकारी नहीं है।
राहुल कनेरिया
एसडीओ, आरईएस कराहल