संभलकर चलें! 300 मीटर सडक़ पर खतरनाक गड्ढे, पानी में पता नहीं चलेगी गहराई
– जिले के ग्रामीण क्षेत्र की अन्य सडक़ों का भी बुरा हाल- नींद में जिम्मेदार अफसर, हर रोज परेशानी झेल रहे वाहन चालक
संभलकर चलें! 300 मीटर सडक़ पर खतरनाक गड्ढे, पानी में पता नहीं चलेगी गहराई
श्योपुर/बड़ौदा/दांतरदा
जिले में सडक़ों का बुरा हाल है। दांतरदा गांव से गुजरने वाले श्योपुर सवाईमाधौपुर हाइवे की 300 मीटर सडक़ पर खतरनाक गड्ढे हादसे का सबब बन रहे हैं। सडक़ पर 5 से 10 फीट के गड्ढे और उनसे निकली गिट्टियां व गड्ढों में भरा पानी फिसलन बढ़ाने के साथ वाहन चालकों के लिए मुसीबत बन गया है। इस तरह का हाल महज इस मार्ग का नहीं है। बड़ौदा, श्योपुर तहसील के कई मुख्य मार्ग लोगों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। बावजूद इसके जिम्मेदार अफसर गहरी नींद में सोए हुए हैं। सडक़ मरम्मत को लेकर अब तक कोई प्लान तैयार नहीं किया गया है। श्योपुर सवाईमाधौपुर हाइवे से कलेक्टर, विधायक, मंत्री तक गुजर चुके हैं, लेकिन मार्ग को दुरस्त कराने को लेकर किसी ने अब तक कोई एक्शन नहीं लिया है।
पत्रिका ने खस्ताहाल सडक़ मार्गों का जायजा लिया तो इन मार्गों पर कई खतरनाक गड्ढे मिले। जिन्हें भरने के लिए संबंधित एजेंसियों पर कोई प्लान नहीं है। ऐसे में ग्रामीण और शहरवासियों को खुद ही संभलकर गाड़ी चलानी होगी, ताकि वे किसी भी अप्रिय घटना से बच सकें। हथवारी पीपल्दा की सडक़ कीचड से अटी पड़ी है। इससे दो पहिया वाहन निकलना भी मुश्किल हो रहा है। वहीं गोहेड़ा से सोंठवा तक बनने वाली सडक़ पर मिट्टी डालकर काम रोक दिया गया, जिससे इस मार्ग से निकला खतरनाक साबित हो रहा है।
केस.1
स्थान: हथवारी पीपल्दा सडक़
परेशानी: कीचड़ से निकलना मुश्किल
बड़ौदा श्योपुर-कुहांजापुर हाईवे रोड से ललितपुर के पास से जाने वाले पीपल्दा हथवारी मार्ग की हालत इन दिनों काफी खराब है। लंबे अर्से से मांग के बाद भी यह सडक़ नहीं बन पाई है। इतना ही नहीं सडक़ के दोनों साइड नाली नहीं होने से घरों का पानी सडक़ पर फैलता है जिससे सडक़ पर बड़े बड़े गड्ढे होने के साथ ही कीचड़ जमा हो गया है। जिससे निकलना पैदल निकलना भी काफी मुश्किलों भरा हो रहा है। वाहन चालक खासकर दोपहिया वाहन चालक बड़ी मुश्किल से इस मार्ग को पार कर पाते हैं। ग्रामवासियों ने ग्राम पंचायत व संबंधित अधिकारियों से मार्ग को जल्द बनाए जाने की मांग की है।
केस:2
स्थान: गोहेड़ा से सोंठवाव जाने वाला मार्ग
परेशानी: मिट्टी डालकर छोड़ा सडक़ का काम
श्योपुर तहसील में आने वाले गोहेड़ा से सोंठवा तक बनने वाली सडक़ का काम बारिश से पहले शुरु हो गया। मगर सडक़ निर्माण करने वाले ठेकेदार ने मिट्टी डालकर सडक़ का काम रोक दिया। काम पिछले चार माह से बंद पड़ा है। रामअवतार मीणा सहित अन्य कई लोगों ने बताया कि लंबी मांग के बाद गोहेड़ा से सोंठवा तक सडक़ मंजूर हुई। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना मद से स्वीकृत हुई इस सडक़ का काम ठेकेदार ने बारिश से पहले शुरु करवाया। मगर ठेकेदार ने आधी सडक़ पर मिट्टी डालकर और गिट्टी डालकर छोड दी। जबकि आधी सडक़ खोदकर छोड़ दी। जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इसके बाद भी जिम्मेदार विभागीय अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे है।
केस:3
स्थान: ढोढर बगदिया तिराहा
परेशानी: जिम्मेदार नहीं सुन रहे
बगदिया तिराहे से लेकर अनाज मंडी तक सडक़़ की साइड धसक गईं। जिससे रोजाना हादसे हो रहे हैं। इनमें वाहन फंस जाने से बार-बार जाम की स्थिति बन रही है। जिम्मेदारों को स्थिति मालूम होने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया, तो दुकानदारों ने अपने खर्चे से गड्ढे भरने का काम शुरू करा दिया। बीते रोज एक चार पहिया वाहन गड्ढे में फंस गया। जिसे निकालने में काफी मशक्कत करना पड़ी। इसके बाद भी जिम्मेदार अफसरों ने गड्ढे को भरवाने का काम शुरू नहीं कराया। दुकानदारों को इसके लिए चंदा करना पड़ा।
केस-4
स्थान: चंद्रसागर रोड़
परेशानी: पानी भरा होने के कारण निकलने में दिक्कत
पर्यटक स्थल चंद्रसागर रोड़ पर पानी जमा रहने से लोगों को निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं सडक़ पर गड्ढे भी हो गए हैं। कारण नालियों की सफाई न होने पानी सडक़ पर बह रहा है। इससे वार्ड 12, 13 ,14 के लोगों सहित चंद्रसागार पर जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सफाई का दावा करने वाली नगर परिषद को इन वार्डो पर फोकस नहीं है।
इनका कहना है
सोठंवा गोहड़ा सडक़ का काम जल्द शुरू हो सके इसके लिए ठेकेदार से बात कर उसे निर्देशित किया जाएगा। काम बंद क्यों किया गया इसकी भी जानकारी ली जाएगी।
ओपी दशोरा
महाप्रबंधक, प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना
वर्सन
खराब सडक़ों की जानकारी लेकर इनकी मरम्मत के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा।
बसंत कुर्रे
कलेक्टर, श्योपुर
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