मासूम बेटी के लिए शनिवार की रात्रि आठ बजे शहर में कैंडल मार्च निकाला गया। रामतलाई हनुमान मंदिर से प्रारंभ हुए कैंडल मार्च में महिलाएं और बेटियों ने भी भागीदारी की। इस दौरान मासूम की आत्मशांति के लिए तो प्रार्थना की ही, साथ ही आरोपियों को जल्द फांसी की सजा दिलाए जाने को आवाज बुलंद की। कैंडल मार्च जयस्तंभ पर जाकर संपन्न हुआ।
इससे पूर्व शनिवार की दोपहर को बड़ौदा तहसील मुख्यालय पर युवाओं का एक दल सड़क पर उतरा। इस दौरान हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और मासूम के साथ हैवानियत करने वाले आरोपियों को तत्काल फांसी देने की मांग बुलंद की। इसके साथ ही नारेबाजी करते हुए युाव तहसील कार्यालय पहुंचे और यहां राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में बताया कि इस घटना के आरोपियों को तत्काल फांसी दी जाए। साथ ही इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े से कड़े कानून बनना चाहिए, ताकि फिर देश में ऐसी दर्दनाक घटनाएं देखने को ना मिले। ज्ञापन देने और प्रदर्शन के दौरान महावीर सिंगोरिया, हरिबल्लभ प्रजापति, मोंटी गोस्वामी, संजू शर्मा, रामनरेश माली, दिनेश सिंगोरिया, रामराज प्रजापति, मनोज प्रजापति आदि सहित बड़ी संख्या में युवा मौजूद रहे।
वहीं श्योपुर जिला मुख्यालय पर भी युवाओं के दल और परशुराम सेना के कार्यकर्ताओं ने श्योपुर कोतवाली पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन कोतवाली टीआई जितेंद्र नगाइच को सौंपा। ज्ञापन में अलीगढ़ की घटना को लेकर आक्रोश जताया और आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की। ज्ञापन देने के दौरान अजय भारद्वाज, नितिन गौतम, मनोज शर्मा, विराज शर्मा, शिवम बालोठिया, अमन शर्मा, अनिल तिवारी आदि युवा मौजूद रहे।