चंबल नहर एक नजर में…
16-अक्टूबर को सुबह 11 बजे राजस्थान के कोटा से छोड़ा गया पानी।
19-अक्टूबर को दोपहर डेढ़ बजे मध्यप्रदेश की सीमा में पहुंचा पानी।
74-घंटे 30 मिनट में कोटा से छोड़े जाने के बाद श्योपुर की सीमा में पहुंचा पानी
21-अक्टूबर को श्योपुर शहर को क्रॉस कर आगे बढ़ गया पानी।
01-नंवबर के बाद जिले की डिस्ट्रीब्यूटरियों में छोड़ा जाएगा चंबल नहर का पानी।
60-हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी जिले में चंबल नहर से।
03-लाख 50 हजार से अधिक भूमि सिंचित होगी तीनों जिलों (श्योपुर,मुरैना, भिंड) में।
3900-क्यूसेक पानी की मांग है मध्यप्रदेश की चंबल नहर में पार्वती एक्वाडेक्ट पर।
06-माह तक चलेगा चंबल नहर में पानी, मार्च माह के अंत में थमेगी।