जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं के साथ किसान श्योपुर-कोटा हाइवे पर ग्राम प्रेमसर में जुटे और दोपहर 12 बजे सडक़ पर बैठ गए। इस दौरान आवगमन रोकने के लिए दोनों ओर ट्रैक्टर आड़े खड़े कर दिए और कांग्रेसियों ने सडक़ पर बैठक प्रदर्शन किया। इस बीच लगभग दो घंटे तक कांग्रेस नेताओं ने जमकर केंद्र सरकार को कोसा । कांग्रेस जिलाध्यक्ष अतुल चौहान, विधायक बाबू जंडेल सहित अन्य नेताओं ने तीनों कृषि कानूनों को काला कानून बताया और इन्हें उद्योगपतियों के फायदे के लिए लागू करने का आरोप लगाया। लगभग दो घंटे के प्रदर्शन के बाद जिला कांग्रेस कमेटी ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन एसडीएम श्योपुर रूपेश उपाध्याय को दिया, जिसमें कानूनों को वापस लेने की मांग उठाई गई। चक्काजाम, प्रदर्शन और ज्ञापन के दौरान कुंजबिहारी सर्राफ, योगेश जाट, अशोक गोयल, भोलानाथ चौहान, राहुल चौहान, लक्ष्मी शिवहरे, कमल शर्मा आदि सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता मौजूद रहे। वहीं दूसरी ओर बीती रात किसान यात्रा लेकर आए कांग्रेस सेवादल के प्रदेश पदाधिकारी भी प्रेमसर पहुंचे, लेकिन चक्काजाम प्रारंभ होने से पहले ही अपनी यात्रा की खानापूर्ति कर शिवपुरी के लिए रवाना हो गए।
तैनात रहा पुलिस बल, वाहनों की लगी लंबी लाइन
कांग्रेस द्वारा प्रेमसर में श्योपुर-कोटा हाइवे पर किए गए चक्काजाम के दौरान आवागमन बाधित रहा और वाहनों की लाइनें लग गई। वहीं दूसरी ओर एसडीएम, एसडीओपी सहित प्रशासन व पुलिस के आला अफसरों के साथ ही श्योपुर कोतवाली, श्योपुर देहात, मानपुर और ढोढर थाना प्रभारियों के नेतृत्व में पुलिस बल मौजूद रहा।
वीरपुर में किया दो किमी का ट्रेक्टर मार्च, किया प्रदर्शन वीरपुर. कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस के प्रदेशव्यापी कार्यक्रम के तहत ही जिले की वीरपुर तहसील मुख्यालय पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने ट्रैक्टर मार्च निकाला और प्रदर्शन किया। इसके बाद तहसील कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया। कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत के नेतृत्व में आधा सैकड़ा से अधिक ट्रैक्टरों के साथ कांग्रेसियों ने मार्च किया और कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद की। पुरानी यूनियन बैंक के पास से प्रारंभ हुआ कांग्रेस का ये ट्रैक्टर मार्च विभिन्न मार्गों से होता हुआ लगभग 2 किलोमीटर दूर तहसील कार्यालय पहुंचा। इससे पहले हुई आमसभा में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रावत सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं ने केेंद्र की भाजपा सरकार को जमकर कोसा और कानून वापिस लेने के लिए आवाज बुलंद की। इस दौरान नागेंद्र मोहन सिंहल, पूरण प्रजापति, उदय रावत, हरिशंकर शर्मा, रामनिवास मौर्य आदि सहित बड़ी संख्या में कांगे्रसी मौजूद रहे।