ग्रामीणों ने बताया है कि गांव में एक सप्ताह पूर्व लोगों का बीमार होना शुरू हुआ। बुखार आदि की जद में गांव के बड़े व बच्चे सभी आ गए। इनमें से मुस्कान पुत्री माखन 2 साल और मधु पुत्री श्रीपति 7 साल को रविवार १ जुलाई को तेज बुखार आया और दोनों ने दम तोड़ दिया।
मुस्कान के ममेरे भाई बंटी आदिवासी ने बताया है कि दोनों को तेज बुखार आया और हम सुबह अस्पताल ले जा पाते उससे पूर्व ही उनकी मौत हो गई। बंटी की माने तो गांव में मुस्कान और मधु से दो दिन पूर्व नीलम पुत्री रमुआ 3 साल की भी इसी तरह से बुखार आने से मौत हो गई, जबकि शिवानी पुत्री राकेश 6 साल की नीलम से दो दिन पूर्व मौत हो गई। महज चार दिन के भीतर चार मौत हो जाने से ग्रामीणों में भय बना हुआ है। गांव में अभी बंटी पुत्र नीरज और प्रदीप पुत्र श्रीपत भी गंभीर बीमार हैं।
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यह सच है कि झारबड़ौदा में कुछ बच्चियों की मौत हुई है। मुझे यहां अस्पताल में ही मालूम चला है, और जानकारी मुझे नहीं है।
प्रदीप कुमार , मेडिकल ऑफीसर
मैं यहां भोपाल प्रशिक्षण के लिए आया हूं, इसतरह की कोई सूचना मेरे पास अब तक नहीं है। मैं और पता कराता हंू, ऐसा होगा तो स्वास्थ्य विभाग की टीम भिजवाकर दिखवाएंगे क्या हुआ है?
नाथुराम गौड़,एसडीएम विजयपुर।