चित्रकूट की घटना के विरोध में पहले तो भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेशव्यापी आक्रोश मार्च निकालने का कार्यक्रम था, लेकिन सोमवार को उसे बदलकर केवल ज्ञापन दिया। इसी के तहत भाजयुमो कार्यकर्ता एकत्रित होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और यहां नारेबाजी करते एसपी को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगडऩे का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने की मांग उठाई। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में जब से कांग्रेस सरकार आई है, तब से असामाजिक तत्वों ने प्रदेश पर कब्जा जमाने का कार्य किया है। बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए कमलनाथ सरकार दोषी है। ज्ञापन देने वालों में भाजपा जिला उपाध्यक्ष बिहारी सिंह सोलंकी, मोर्चा जिलाध्यक्ष राघवेंद्र जाट, अरविंद कंसाना, विकास बंसल विक्की आदि सहित अन्य भाजयुमो कार्यकर्ता मौजूद रहे।
घटना को लेकर श्री मीनेष सेवा संगठन की श्योपुर जिला इकाई ने भी कलक्ट्रेट का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की। इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम ज्ञापन दिया। एसडीएम डॉ.यूनिस कुर्रेशी को दिए ज्ञापन में बताया गया कि चित्रकूट के सीतापुरा निवासी बृजेश रावत के दो जुड़वा बेटों का अपहरण और फिर उनकी निर्मम हत्या से आक्रोश है और स्कूलों में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। यही नहीं पुलिस अपहरण के बाद आरोपियों को नहीं पकड़ सकी, जिससे पुलिस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। संगठन ने ज्ञापन के माध्यम से हत्यारोपियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में संगठन के जिलाध्यक्ष रामेश्वर मीणा सहित रामलखन नापाखेड़ली, विजयशंकर मीणा, राजीव रावत, सुग्रीव, धमेंद्र, रामभरत, महावीर बड़ौदा, हरीश बड़ौदा, दिनेश कलमुंडा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।