उन्होंने कहा कि देश में वर्तमान में सडक़ों पर सर्वाधिक बाइक दौड़ती हैं। चालकों को हेलमेट को बोझ नहीं सुरक्षा कवच समझना चाहिए। इसके पहनने से दुर्घटना होने पर चालक के सिर की सुरक्षा होती है। इस दौरान छात्राओं को दुर्घटना में हेलमेट से होने वाले बचाव तथा नहीं होने पर होने वाली परेशानियों की जानकारी भी दी गई। उन्होंने युवा पीढ़ी को हेलमेट व सीट बेल्ट के आवश्यक रूप से उपयोग की सलाह दी। सडक़ पर कभी भी हादसा हो सकता है।