बाढ़ प्रभावित 38 गांव की आबादी को कोरोना के खिलाफ सुरक्षा कवच देने पर जोर
– बारिश की दस्तक से पहले कोरोना टीकाकरण अभियान- स्वास्थ्य विभाग ने अभियान की शुरूआत मंगलवार को सूण्डी गांव से कर दी
बाढ़ प्रभावित 38 गांव की आबादी को कोरोना के खिलाफ सुरक्षा कवच देने पर जोर
अनूप भार्गव/श्योपुर
बाढ़ प्रभावित 38 गांव में बारिश की दस्तक से पहले कोरोना टीकाकरण अभियान का स्वास्थ्य विभाग से खाका खींच लिया है। गांव व टोला जो बाढ़ के समय डूबे रहते हैं उसको चिह्नित कर स्वास्थ्य विभाग का विशेष शिविर के आयोजन पर फोकस है। इन गांव में 18 वर्ष से अधिक और 45 से 60 वर्ष के लोगों को टीका दिया जाएगा। साथ ही ग्रामीणों को अन्य बीमारियों से बचाने पर भी जोर दिया जाएगा। बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले सूण्डी गांव से मंगलवार को इस अभियान की शुरूआत कर दी गई। दांतरदा से लेकर विजयपुर विकासखंड तक बाढ़ प्रभावित गांवों में टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचेगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बीएल यादव ने कहा कि मानसून शुरू होगा उस समय टीका लगाना मुश्किल होगा। इसलिए यह कदम उठाया जा रहा है। सभी जगह पर कितना सत्र व कहां लगाया जाए, इसकी रिपोर्ट पीएचसी व संबंधित स्वास्थ्य संस्थाओं से मांगा ली गई है। स्वास्थ्य संस्थाओं से गांव की आबादी, परिवार आईडी, गर्भवती व बच्चों की संख्या सहित तमाम जानकारी स्वास्थ्य विभाग से एकत्रित की हैं। इसके साथ ही गांव में टीकाकरण के लिए 18 वर्ष से अधिक के कितने व 45 वर्ष से अधिक व 60 वर्ष से अधिक के कितने लोग हैं यह भी जानकारी मुहैया की गई है ताकि कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्िचित की जा सके।
पानी आने पर नाव के जरिए दिया जाएगा दूसरा डोज
स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ प्रभावित 38 गांव में पहला डोज सात दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। विभाग की पहली प्राथमिकता उन गांवों में टीकाकरण करने की हैं जो बरसात में टापू बन जाते हैं। पहला डोज पूरा होने के कारण अगर दूसरे डोज की समयावधि में गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं तो दूसरा डोज ग्रामीणों को देने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम नाव का सहारा लेकर गांव पहुंचेगी और वैक्सीनेशन पूरा किया जाएगा।
सूण्डी और सांड पहले टारगेट पर
सूण्डी और सांड गांव दो ऐसे हैं जो बरसात में पूरी तरह कट जाते हैं। इन गांव में टीकाकरण स्वास्थ्य विभाग का पहला टारगेट है। सांड गांव विजयपुर विकासखंड के टर्राबलावनी में पड़ता है। सीएमएचओ ने बताया कि हमें सभी गांव में सात दिन में टीकाकरण करना है। जिससे बरसात में दिक्कत न हो। इसके साथ ही दूषित पानी से होने वाली बीमारियां व अन्य बीमारियों को रोकने पर भी हमारा फोकस होगा।
इनका कहना है
बाढ़ प्रभावित गांवों में कोरोना से बचाव के वैक्सीनेशन किया जाएगा। हमने सूण्डी गांव से इसकी शुरूआतकर दी है। दो दिन यहां शिविर लगाकर टीकाकरण किया जाएगा। 170 लोग चिन्हित किए गए। इसके साथ ही दूसरे डोज के दौरान अगर बरसात में गांवों में बाढ़ के कारण पानी भरता है तो हम नाव के जरिए टीकाकरण करेंगे।
डॉ.बीएल यादव
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
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