जो जल्द ही मंजूर हो जाने की उम्मीद जिला प्रशासन के अफसर जता रहे हैं। क्योंकि उक्त दोनों ही महाविद्यालयों की घोषणा अपने पिछले दौरे के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा की गई है और इन दिनों सीएम की घोषणाओं को पूरा करने पर जिला प्रशासन और राज्य शासन का खासा जोर है। बताया गया है कि मुख्यमंत्री की घोषणा के परिणामस्वरूप कराहल में महाविद्यालय के लिए १२ हेक्टेयर जमीन का चिन्हांकन एकलव्य आश्रम के पास में किया गया है। जिसके आवंटन का प्रस्ताव भी अनुविभागीय अधिकारी कराहल के यहां से श्योपुर कलेक्टर को भेजा जा चुका है।
बताया जा रहा है कि शीघ्र ही जमीन का आवंटन भी कर दिया जाएगा। इसके साथ ही ढोढर में भी महाविद्यालय के लिए जमीन का चिन्हांकन राजस्व अमले के द्वारा कर लिया गया है। जल्द ही जमीन को तय करके आवंटन का प्रस्ताव बनाकर जिला प्रशासन को भिजवा दिया जाएगा। जिससे इसका आवंटन करके इसके लिए भी राशि की मांग की जा सके। बताया जा रहा है कि दोनों ही महाविद्यालयों का निर्माण पीआईयू के द्वारा किया जाना है, जिसके लिए पीआईयू के द्वारा करीब ढाई-ढाई करोड़ रुपए का औसत व्यय आना बताया है और इसके इस्टीमेट भी तैयार करके शासन को भिजवाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कॉलेज अभाव में आधे विद्यार्थी छोड़ देते हैं पढ़ाई
यहां बता दें कि जिले का कराहल कस्बा आदिवासी बाहुल्य है और ढोढर भी पिछड़ा हुआ कसबा है। दोनों ही स्थान से करीब ५०-५० हजार की आबादी लगती है। लेकिन यहां पर उच्च शिक्षा के लिए महाविद्यालय नहीं है। जिसकारण से १२वीं पास करने के बाद विद्यार्थियों को बाहर पढऩे जाने को विवश होना पड़ता है और ऐसे में दोनों ही स्थान के आधे से अधिक छात्र पढ़ाई छोड़ देते हैं।
कराहल कॉलेज के लिए प्रस्ताव आ गया है। लिहाजा जल्द ही जमीन का आवंटन कर दिया जाएगा। ढोढर से भी कॉलेज के लिए जमीन का प्रस्ताव मांगा गया है। जैसे ही प्रस्ताव आ जाएगा, इसका आवंटन कर दिया जाएगा।
पीएल सोलंकी, कलेक्टर, श्योपुर