हर परिसर की करीब लागत 3 लाख 43 हजार रुपए निर्धारित है। ग्रामीण क्षेत्रों में हाट बाजार, मेला सहित अन्य होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों में लोगों को सुविधा मिले और गांवों में स्वच्छता बनी रहे इसी उद्देश्य से सामुदायिक स्वच्छता परिसर बनाए जा रहे हैं। स्वच्छता परिसरों की देखरेख पंचायतों को ही करना है। स्वच्छता परिसरों का यदि कोई सार्वजनिक आयोजन के दौरान उपयोग करेगा तो उससे एक निश्चित राशि भी पंचायत ले सकेगी। हालांकि यह सब ग्राम पंचायतों को ही तय करना है।
स्वच्छता परिसरों को देखा जाए तो कुछ जगह इनका निर्माण व्यवस्थित तो कुछ जगह निर्माण में लापरवाही की जा रही है। इनकी गुणवत्ता पर भी जवाबदारों का ध्यान नहीं है। कुछ जगह तो निर्माण पूरा हुए बिना ही कलर कर दिया गया है। बाहर से निर्माण पूरा होने का दिखावा किया जा रहा है। जबकि परिसर के अंदर दरवाजे और प्लास्टर का काम सहित अन्य काम अधूरे देखे जा सकते हैं।
जनपद पंचायत लक्ष्य कुल स्वीकृत निर्मित प्रगतिरत
श्योपुर 88 58 4 54
विजयपुर 68 28 2 26
कराहल 42 19 4 15
कुल= 198
स्वीकृत: 105
निर्मित: 10
प्रगतिरत: 95
इनका कहना है
अभी में बाहर हूं इसलिए कुछ भी नहीं बता सकता।
जीएस ढोंगरे, जिला समन्वयक, स्वच्छ भारत मिशन, जिला पंचायत