गुुरुवार से दांतरदा गांव स्थित श्रीलक्ष्मीनाथ मंदिर में भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कथा से पूर्व कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में महिलाएं सिर पर कलश धारण किए हुए चल रही थीं। कथा में पहले दिन कथावाचक पंडित राहुल पाराशर ने ने भक्तों को भागवत कथा का महत्व बताया। साथ ही भक्ति नारद संवाद का वर्णन किया।उन्होंने भक्तों को ज्ञान और वैराग्य की कथा सुनाई। कथावाचक ने कहा कि मनुष्य निजी स्वार्थ के कारण ही भक्ति और ज्ञान से दूर हो रहा है। उन्होंने कहा कि संतों और गुरु के साथ रहने से मनुष्य को ज्ञान मिलता है और मनुष्य भक्ति के मार्ग पर चलकर मोक्ष के मार्ग पर बढ़ता है। उन्होंने भक्तों से कहा कि लोग समय का बहाना बनाकर भक्ति से दूर होते जा रहे हैं। हमें प्रभु की आराधना के लिए भी समय प्रतिदिन निकालना चाहिए।