scriptआधी अधूरी किताबें, ड्रेस का पता नहीं,शुरू हो गया नया सत्र | Half of the incomplete books, not known by Dres, has started a new sea | Patrika News
श्योपुर

आधी अधूरी किताबें, ड्रेस का पता नहीं,शुरू हो गया नया सत्र

– जिले के सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को नहीं मिली ड्रेस- गणित और अंग्रेजी विषय की किताब के बिना पढ़ेंगे छात्र

श्योपुरJul 03, 2019 / 08:01 pm

Laxmi Narayan

sheopur

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श्योपुर,
शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के सरकार लाख दावे करे, लेकिन हकीकत इससे अलग है। नए सत्र में बच्चे आधी-अधूरी किताब और बिना ड्रेस के स्कूल पहुंच रहे हैं। बच्चे आधी-अधूरी तैयारी और महज कुछ किताबों के सहारे पढ़ाई करने सरकारी स्कूलों में पहुंच रहे हैं। कुछ के पास पुरानी किताबें है, तो कुछ बंगल वाले बच्चे के सहारे पढ़ाई करने को मजबूर हैं। अध्यापकों को भी नहीं समझ में आ रहा है कि गणित और अंग्रेजी की किताबों के बिना पढ़ाई कैसे कराएं। जैसे तैसे काम चलाया जा रहा है। बच्चों को गणित, अंग्रेजी की किताब और ड्रेस कब मिलेंगे यह किसी को नहीं मालूम।
जिले में 1152 सरकारी मिडिल व प्रायमरी स्कूल हैं इनमें पढऩे पहुंचने वाले बच्चों के लिए किताबें पहुंच गई हैं, लेकिन कोर्स में कई कक्षाओं की आधी-अधूरी किताबें हैं। खासबात है यह है कि इसकी जानकारी शिक्षा विभाग के अफसरों को भी है। इसके बाद भी स्कूलों में किताबे नहीं पहुंच सकी हैं। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि आधे-अधूरे कोर्स के बीच बच्चों की पढ़ाई कैसे हो पाएगी।
कक्षा 8वीं की गणित और अंग्रेजी की नहीं किताब
जिले के सरकारी स्कूलों में बच्चो को बांटने के लिए जो कोर्स भेजा गया है, उसमें कक्षा 8 वीं की गणित विषय की किताबें नहीं हैं। वहीं श्योपुर ब्लॉक के स्कूलों में कक्षा 8वीं की अंग्रेजी की किताब भी नहीं है। जबकि विजयपुर ब्लॉक के सरकारी स्कूलो में कक्षा ६ वीं की गणित विषय की किताब भी नहीं भेजी गई है। इधर कक्षा १०वीं के बच्चों के लिए भी गणित की किताब नही पहुंची है।
बच्चों को ड्रेस मिलेगी या रुपए
सरकारी स्कूलों में जहां बच्चो को बांटे जाने के लिए आधा अधूरा कोर्स पहुंचा है। वहीं ड्रेस को लेकर भी असमंजस बरकरार है। पिछली बार तो स्कूली बच्चों को शासन की ओर से ड्रेस खरीदकर दी गई। लेकिन इस बार अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि स्कूली बच्चों को ड्रेस दी जाएगी या फिर ड्रेस खरीदने के लिए रुपए दिए जाएंगे। हालांकि सुनने में यह आ रहा है कि इस बार बच्चों को डे्रस खरीदने के लिए रुपए मिलेगे। लेकिन इसका अभी कोई विधिवत आदेश जारी नहीं हुआ है।
वर्जन
कुछ कक्षाओ की गणित और अंग्रेजी की किताबे कम आई है। इसके लिए मांग पत्र भेज दिया गया है। वीसी में भी इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को बता दिया गया है। ड्रेस को लेकर अभी कोई दिशा निर्देश नहीं मिले है।
वकील सिंह रावत
जिला शिक्षा अधिकारी,श्योपुर
फैक्ट फाइल
279-मिडिल है जिले में
873-प्रायमरी स्कूल है जिले में
41-हाईस्कूल संचालित है जिले में
36-हायरसेकंडरी स्कूल है जिले में
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