इसमें आयुष विभाग, मलेरिया विभाग, महिला बाल विकास विभाग समेत अन्य विभागों के मैदानी अमले की मदद लेगा। दवा दो चरणों में खिलाई जाएगी। पहले चरण संभवत: जुलाई माह से शुरू होगा। वहीं दूसरे चरण की शुरूआत संभवत: सितंबर होगी। इसमें निर्धारित आयु और निर्धारित मात्रा में सप्ताह में एक बार दवाई खिलाई जाएगी।
आयुष विभाग द्वारा बीते वर्ष चिन्हित 75 गांव में दवा का वितरण किया। वहीं वर्ष 2021 में 38 गांवों में दवा का वितरण किया गया। विभाग का दावा है कि दवा वितरण के बाद इन गांवों में 80 फीसदी तक मलेरिया के रोगी कम हुए।
चिन्हित कुल गांव जहां दवा बांटी: 113
वर्ष 2020 में दवा वितरण वाले गांव: 75
वर्ष 2021 में दवा वितरण वाले गांव: 38
कराहल विकासखंड के गांव: 45
विजयपुर विकासखंड के गांव: 30
श्योपुर क्षेत्र के गांव: 38
इनका कहना है
“मलेरिया ऑफ 200 दवा एक प्रिवेंशन मेडीसन है, पिछले वर्षों में इसके सकारात्मक परिणाम आए हैं। इसलिए इस बार भी इस दवा को चिन्हित गांवों में बांटा जाएगा। हम विभाग के आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
डॉ.जीपी वर्मा
जिला आयुष अधिकारी, श्योपुर