यही वजह है कि भारत सरकार ने इन शावकों के नामकरण के लिए मायजीओवी डॉट इन पोर्टल पर लोगों से नाम मांगे। जिसके तहत 1 अप्रेल से 30 अप्रेल तक की अवधि में 3 हजार 817 लोगों ने नाम सुझाए हैं। जिसके बाद इन लोगों द्वारा दिए नामों में से ही इन चारों शावकों के नाम रखे जाएंगे।
लोगों के सुझाव से ही रखे गए थे नाम
नामीबिया से लाए गए 8 चीतों के नामकरण के लिए भी भारत सरकार ने मायजीओवी डॉट इन पोर्टल पर प्रतियोगिता आयोजित की थी और लोगों से ऑनलाइन नाम मांगे थे। जिसके बाद 26 सितंबर से 31 अक्टूबर तक की अवधि में कुल 11 हजार 565 लोगों ने नाम सुझाए। जिनमें से ही दो माह पहले न केवल नामीबिया से लाए गए, बल्कि दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों का भी भारतीय नामकरण किया गया था। पीके वर्मा, डीएफओ, कूनो नेशनल पार्क श्योपुर का कहना है कि शावकों के नाम भारत सरकार द्वारा ही दिए जाने हैं। वहीं इन शावकों में कितने नर हैं, कितने मादा हैं, इसकी स्थिति अभी एक-दो माह बाद भी क्लीयर होगी।
प्रधानमंत्री ने मन की बात में किया था आह्वान
पहली बार नामीबिया से 17 सितंबर 2022 को आठ चीते लाए गए थे, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्रेवल बाक्स से कूनो के क्वारंटाइन बाड़ों में आजाद किया था। इसके बाद 25 सितंबर 2022 को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने देश की जनता से चीतों का नामकरण करने का आह्वान किया था। इस प्रतियोगिता में 11,565 लोगों ने सुझाव दिए थे, जिन पर चीतों का नामकरण किया जा चुका है। बता दें कि नर चीता उदय और मादा चीता साशा की मौत हो चुकी है।
नन्हे शावकों की खुल गईं आंखें
मादा चीता सियाया (ज्वाला) के 4 शावकों का बीते दिनों एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें शावक अपनी मां के साथ अठखेलियां करते हुए कैमरे में ट्रैप हुए हैं। मदर्स डे पर यह वीडियो कूनो प्रबंधन की ओर से सोशल मीडिया पर शेयर किया गया थी। साथ ही लिखा है- ‘दुनिया में पहला और असली संबंध हमारी मां से है, जो बिना किसी शर्त हमसे प्यार करती है, पोषण, सुरक्षा और बहुत कुछ देती है जिसे हम गिन भी नहीं सकते.’ यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोर रहा है।